सारनाथ पुलिस ने 10 महीने पहले युवती को उद्योगपतियों और व्यापारियों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग और रंगदारी वसूलने के आरोप में जेल भेजा था।
वाराणसी में उद्योगपतियों और व्यापारियों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग और रंगदारी वसूलने के आरोप में जेल गई युवती ने बाहर आकर पुलिस अफसरों के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दाखिल किया है। उसने पुलिस की पूरी कहानी को झुठलाते हुए एसीपी और थानेदार के गैंगरेप आरो
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युवती ने किशोरावस्था में हुए दुष्कर्म के आरोपी शशिकांत पांडेय उर्फ पुन्नू पांडे को भी शामिल करते हुए कार्रवाई की मांग की है, साथ ही उन्हें संरक्षण देने वाले पुलिस कर्मियों पर भी एक्शन मांगा है। इसमें तत्कालीन एसीपी कैंट, SHO परमहंस गुप्ता, क्राइम ब्रांच प्रभारी विमल बैंगा का भी नाम लिया है।
अदालत ने शादी का झांसा देकर किशोरी से दुष्कर्म मामले में दाखिल परिवाद का स्वीकार करते हुए सुनवाई और साक्ष्य अवसर दिया है। इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 29 जुलाई नियत की है। कोर्ट मजबूत साक्ष्य के आधार पर आरोपी ACP और इंस्पेक्टरों के खिलाफ केस चला सकती है।
शनिवार को शिवपुर थाना क्षेत्र की एक सोसाइटी की निशानी युवती ने विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) की अदालत में परिवाद दाखिल किया। इसमें आरोप लगाया है कि अप्रैल 2013 के दौरान जब पीड़िता 16 वर्ष की थी तो प्रेमचंद नगर कॉलोनी निवासी आरोपित शशिकांत पांडेय उर्फ पुन्नू पांडेय ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
यह सिलसिला लगातार चलता रहा लेकिन जब वह शादी करने को कहती तो हमेशा टाल मटोल करता रहता था। उसका गर्भपात भी करा दिया। अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी देकर अप्राकृतिक दुष्कर्म किया। मंदिर में शादी किए जाने का झांसा भी दिया।
इनकम टैक्स का छापा बताकर ले गया जेवरात
10 जनवरी 2024 को आरोपी शशिकांत पांडेय उर्फ पुन्नू पांडेय ने घर में इनकम टैक्स का छापा पड़ने की बात कहकर पीड़िता के लगभग 20 लाख रुपये मूल्य के आभूषण लॉकर में रखने का झांसा देकर भाग निकला। इसके बाद नहीं आया और फोन भी उठाना बंद कर दिया।
6 मई 2024 को व्हाट्सएप कॉल करके गालीगलौज और जान से मारने की धमकी दी। इसकी शिकायत शिवपुर थाने में दर्ज कराई लेकिन शशिकांत से मिली भगत कर शिवपुर पुलिस और उच्चाधिकारियों ने उक्त मुकदमे में आरोपी को लाभ पहुंचाने के लिए मारपीट की मामूली धाराओं में उसके मुकदमे में आरोप पत्र प्रेषित कर दिया।
उसके खिलाफ सारनाथ थाने में रंगदारी समेत विभिन्न धाराओं में फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया। बाद में उक्त मामलों तत्कालीन थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता द्वारा मनमाने ढंग से धाराओं में बढ़ोतरी करते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जिसके बाद उन्हें लूट के मामले में एक पत्रकार संग आरोपी भी बनाया गया।
शिवपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता ने प्रेमचंद नगर कॉलोनी निवासी आरोपी शशिकांत पांडेय उर्फ पुन्नू पांडेय, पूर्व थाना प्रभारी सारनाथ परमहंस गुप्ता, एसीपी कैंट विदुष सक्सेना, क्राइम ब्रांच प्रभारी विमल वैगा व अन्य को आरोपी बनाया गया है। अदालत में पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है।
10 महीने पहले गई थी जेल
वाराणसी की सारनाथ पुलिस ने उद्योगपतियों और व्यापारियों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग और रंगदारी वसूलने के आरोप में युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसके खिलाफ सारनाथ थाने में एक उद्यमी शशिकान्त पांडेय ने केस दर्ज कराया था। महिला के मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो, फोटो और चैटिंग भी मिली, इसमें कई संदिग्ध नंबर भी मिले।
उद्योगपति शशिकान्त पांडेय ने आरोप लगाया कि पिछले वर्ष शिवपुर थाना क्षेत्र निवासी एक युवती से मुलाकात हुई और नंबरों का आदान प्रदान से बातचीत होने लगी। इसके बाद उसने चैटिंग और फोटो वीडियो के नाम पर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। युवती से सामान्य संवाद था, जबकि युवती इसे कई वर्षों से हुए रेप को बता रही है।