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Bollywood Superstar son blockbuster Debut movie : बॉलीवुड के कई दिग्गज एक्टर्स या फेमस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर ने अपने बेटों को फिल्मों में लॉन्च किया. लॉन्च करते ही उनकी पहली फिल्म सुपरहिट रही. पहली फिल्म से ही उन्होंने बॉलीवुड में तहलका मचा दिया लेकिन आगे चलकर वह अपना करियर बॉलीवुड में नहीं बना पाए. हम आपको ऐसे ही चार एक्टर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में अपना आगाज बहुत ही शानदार अंदाज में किया. रातोंरात स्टार भी बन गए लेकिन वो अपने स्टारडम को कायम ना रख सके. दो हीरो का करियर पूरी तरह से डूब गया. दोनों ने दुखी मन से फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी.
बॉलीवुड में बाप-बेटी की जोड़ी हमेशा चर्चा में रही. कई बार दोनों साथ में फिल्मों में नजर आए तो कई बार बॉलीवुड के कई दिग्गज निर्माता-निर्देशक अपने बेटों को फिल्म लाइन में लेकर आए. उनके लिए अच्छी सी स्क्रिप्ट चुनी और खुद पैसा लगाया. अपने बेटों को लॉन्च किया. यह भी एक सुखद संयोग रहा डेब्यू फिल्म जबरदस्त हिट रही लेकिन इनमें से कई हीरो आगे चलकर खुद को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित नहीं कर पाए. बुरी तरह से फ्लॉप रहे. उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री को छोड़ना ही पड़ा. हम ऐसे ही चार हीरो के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्हें उनके पिता फिल्म इंडस्ट्री में लेकर आए थे. ये हीरो थे : राजीव कपूर, कुमार गौरव, सनी देओल और आमिर खान.

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम शोमैन राज कपूर के बेटे राजीव कपूर का. राजीव कपूर ने 1983 में आई फिल्म’एक जान है हम’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. दिव्या राणा को उनके अपोजिट फिल्म में लिया गया था. यह फिल्म कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी. आगे चलकर राज कपूर ने अपने बेटे को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित करने के लिए ‘राम तेरी गंगा मैली’ फिल्म बनाई. 1985 में आई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. आज यह फिल्म कल्ट क्लासिक मूवी में गिनी जाती है. यह फिल्म जितनी कॉमर्शियल है, उतनी ही आर्ट मूवी मानी जाती है. फिल्म ने मंदाकिनी को हमेशा-हमेशा के लिए स्थायी पहचान दी. उन्हें नाम-फेम दिया. सिर्फ एक फिल्म की बदौलत मंदाकिनी का पूरा फिल्मी करियर चला. हालांकि राजीव कपूर इस फिल्म के बाद कोई बड़ी फिल्म नहीं दे सके. उनका करियर फ्लॉप रहा.

राजीव कपूर मे अपनी जिंदगी का बहुत ज्यादा हिस्सा गुमनामी में गुजारा. दिव्या राणा और राजीव कपूर के बीच अफेयर रहा पर शादी नहीं हो पाई. राजीव कपूर ने 2001 में दिल्ली की आरती सभरवाल से शादी रचाई थी. शादी करते ही दोनों के बीच झगड़े होने लगे. 2003 में दोनों के बीच तलाक हो गया. दोनों की मुलाकात कैसे हुई, दोनों के बीच तलाक की वजह क्या रहा, यह कभी सार्वजनिक नहीं हो पाया. राजीव कपूर ने दोबारा शादी नहीं की. आरती की दोबारा शादी हुई या नहीं, इसका भी कभी पता नहीं चल पाया. आरती सभरवाल दिल्ली में आचार का बिजनेस करती हैं. ‘पिकल पॉकल’ नाम से आचार कंपनी चलाती हैं.
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इस लिस्ट में दूसरा सुपरस्टार राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव का आता है. राजेंद्र कुमार ने अपनी बेटे कुमार गौरव को 1981 में आई फिल्म ‘लव स्टोरी’ से लॉन्च किया था. इस फिल्म का निर्देशन राहुल रावल ने किया था. बाद में राजेंद्र कुमार से उनका झगड़ा हो गया था तो फिल्म को डेविड धवन ने कंप्लीट किया था. फिल्म सुपर-डुपर हिट निकली. कुमार गौरव रातोंरात सुपरस्टार बन गए. विजयता पंडित के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा. दोनों को एकदूसरे से प्यार हो गया लेकिन राजेंद्र कुमार इस रिश्ते के खिलाफ थे. लव स्टोरी फिल्म की सफलता के बाद कई निर्माता-निर्देशकों ने कुमार गौरव और विजयता पंडित को साइन करना चाहा लेकिन राजेंद्र कुमार ने इसका विरोध किया. उन्होंने विजयता पंडित को कई फिल्मों से निकलवाया.

कुमार गौरव की फिर कभी विजयता पंडित के साथ जोड़ी नहीं बन सकी. यह भी एक दुखद संयोग है कि कुमार गौरव की कोई और फिल्म उतना बड़ा नाम नहीं कमा सके. ज्यादातर फिल्में फ्लॉप ही रहीं. कुमार गौरव की जिंदगी में एक दिलचस्प मोड़ तब आया आया जब उनके पिता राजेंद्र कुमार ने अपने दोस्त राज कपूर की बेटी रीमा से उनकी शादी तय कर दी. इंगेजमेंट भी हो गई लेकिन कुमार गौरव ने यह शादी तोड़ दी. उन्होंने सुनील दत्त की बेटी नम्रता दत्त से शादी रचाई. ऐसे में राजेंद्र कुमार और कपूर फैमिली के बीच भी रिश्ते हमेशा के लिए खराब हो गए. कुमार गौरव फ्लॉप रहे. उन्होंने फिल्मी दुनिया से संन्यास ले लिया.

इस लिस्ट में तीसरा नाम सनी देओल का आता है. सुपरस्टार धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल ने 1983 में आई बेताब फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था. धर्मेंद्र ने बेटे सनी देओल को बॉलीवुड में लॉन्च करने के लिए डायरेक्टर राहुल रवैल का सहारा लिया. राहुल रवैल ने जावेद अख्तर के साथ मिलकर फिल्म की कहानी लिखी. डायलॉग, स्क्रीनप्ले लिखवाए. विजेता फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बैनर तले बेताब फिल्म बनाई थी. अमृता सिंह को सनी देओल के साथ लॉन्च किया गया. 5 अगस्त 1983 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म ने इतिहास रच दिया. फिल्म का म्यूजिक सुपरहिट रहा. करीब 13.5 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुए थी.

1983 के बाद 1985 में आई ‘अर्जुन’ फिल्म ने सनी देओल को एक एक्शन हीरो के तौर पर बॉलीवुड में स्थापित किया. फिर पूरे 5 साल सनी देओल एक अच्छी फिल्म के तरसते रहे. उनका करियर हिचकोले खाने लगा. ऐसे में धर्मेंद्र फिर से संकटमोचक बने. विजेता फिल्म्स के बैनर तले घायल फिल्म बनाई जिसे 22 जून 1990 में रिलीज किया गया. राजकुमार संतोषी की इस फिल्म ने सनी देओल के करियर को नई दिशा दी. फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. राजकुमार संतोषी, अमरीश पुरी और सनी देओल की तिकड़ी ने दामिनी और घातक जैसे एक्शन फिल्मों से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया. बॉर्डर और गदर: एक प्रेम कथा जैसी ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्मों ने सनी देओल के करियर को बुलंदियों पर पहुंचाया. निजी जिंदगी की बात करें तो सनी देओल ने 1984 पूजा देओल से शादी की. उनके बेटे करण देओल की भी शादी हो चुकी है. सनी देओल का नाम डिंपल कपाड़िया के साथ जोड़ा जाता रहा है.

इस लिस्ट में चौथा नाम आमिर खान का है. आमिर खान का पूरा परिवार फिल्म लाइन में है. उनके पिता नासिर हुसैन जाने-माने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर थे. चचेरे भाई मंसूर खान भी बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर रहे हैं. आमिर खान ने 1988 में आई फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस फिल्म का डायरेक्शन उनके चचेरे भाई मंदसौर खान ने किया था. फिल्म को नासिर हुसैन ने प्रोड्यूस किया था. यह मूवी बॉक्स ऑफिस पर छा गई. फिल्म का एक गाना ‘पापा कहते हैं बेटा नाम करेगा’ आज भी सुना जाता है. पहले ही फिल्म से आमिर खान रातोंरात स्टार बन गए.

आगे चलकर उन्होंने ‘जो जीता वही सिकंदर’ जैसी कल्ट फिल्म दी. आमिर खान का करियर डांवाडोल हुआ लेकिन फिर इंद्र कुमार की फिल्म ‘दिल’ ने उन्हें नई पहचान दी. दिल फिल्म से माधुरी दीक्षित-आमिर खान ने आशिकों को मोहब्बत सिखाई. यह फिल्म यूथ को टारगेट करके बनाई गई थी. फिर आमिर खान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा भी. उन्होंने ‘रंगीला’ ‘राजा हिंदुस्तानी’,’लगान’, ‘3 इडियट्स’, ‘पीके’ और धूम 3 जैसी कई ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्में अपने करियर में दी. यह बात अलग है कि आमिर खान की निजी जिंदगी हमेशा विवादों से घिरी रही. उन्होंने दो-दो शादियां रचाईं . उन्होंने सबसे पहले रीना दत्त से शादी रचाई थी. यह शादी 2002 आते-आते टूट गई. फिर उन्होंने किरण राव से शादी रचाई. इससे उनका एक बेटा आजाद हुआ. यह शादी भी 2021 में टूट गई.

