सिटी ट्रांसपोर्ट के भवन में आग लगे 10 दिन से ज्यादा हो गए है, लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट तो छोड़े जांच कमेटी की भी जानकारी सामने नहीं आ पाई है। दरअसल 11 जुलाई शुक्रवार रात अचानक सिटी ट्रांसपोर्ट के भवन में आग लग गई थी। आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड ऑफि
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जब टीम पहुंची तब तक भवन में फाइल से भरे कमरे में आग फैल चुकी थी और कई कागजात जलकर राख हो चुके थे। आग लगने का कारण पता नहीं लग पाया। शार्ट सर्किट जैसी स्थिति भी नहीं लग रही थी। जिसके चलते आग कैसे लगी या लगवाई यह एक बड़ा प्रश्न है?
निगम आयुक्त व महापौर द्वारा आग लगने के बाद उठे प्रश्नों की जांच के लिए कमेटी बनाने की बात की गई। साथ ही महापौर द्वारा जांच में जले कागजातों की सूची तक मांगी गई, उस समय तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने की बात कही गई। 10 दिन बीत जाने के बाद भी न तो कमेटी की खबर है और न ही जांच रिपोर्ट की।
मामले में महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि फिलहाल जांच रिपोर्ट नहीं दी है। कमेटी तो बन गई होगी, अधिकारियों को जानकारी होगी। इस अग्निकांड में सिटी बस से जुड़े कई मुख्य दस्तावेज, ठेकेदारों की फाइलें और पेट्रोल-डीजल के दस्तावेज होने की जानकारी सामने आई थी। इस दौरान कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया था कि ब्लैकलिस्ट ठेकेदारों के दस्तावेज जलाए गए हैं।