Sunday, June 22, 2025
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₹115000 करोड़ की डील, राफेल के टक्‍कर का जेट, 2000 KMPH की है रफ्तार


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Tejas MK1A Fighter Jet: भारत अपने डिफेंस सिस्‍टम को लगातार मजबूत कर रहा है. एयर डिफेंस सिस्‍टम और अल्‍ट्रा मॉडर्न मिसाइल के डेवलपमेंट पर लगातार निवेश किया जा रहा है. अब भारत की नजर कटिंग एज फाइटर जेट और ड्रोन स…और पढ़ें

तेजस MK1A फाइटर जेट की आपूर्ति इस साल से शुरू होने की उम्‍मीद है. (फोटो: पीटीआई)

हाइलाइट्स

  • तेजस MK1A फाइटर जेट 4.5 पीढ़ी का स्‍वदेशी लड़ाकू विमान है
  • एयरफोर्स ने HAL के साथ 180 विमानों की आपूर्ति का सौदा किया है
  • तेजस MK1A की कुछ खूबियां अमेरिकी फाइटर जेट F-16 से बेहतर हैं
Tejas MK1A Fighter Jet: देश और दुनिया के हालात लगातार बदल रहे हैं. पाकिस्‍तान के साथ ही में सैन्‍य टकराव भी हुआ है. दूसरी तरफ, चीन का खतरा लगातार बना रहता है. ऐसे में भारत को दो मोर्चों पर रक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसे देखते हुए डिफेंस सिस्‍टम को लगातार मजबूत किया जा रहा है. आर्मी के साथ ही एयरफोर्स और नेवी की जरूरतों को देखते हुए सरकार लगातार कई अहम और बड़े फैसले ले रही है. हाल में रक्षा खरीद संबंधी नियमों में बदलाव कर उसे ज्‍यादा सरल बनाया गया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद हालात बदले हैं. चीन ने पाकिस्‍तान को पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट बेचने का फैसला किया है. अब भारत के लिए भी यह जरूरी हो गया है कि एयरफोर्स को 5th जेनरेशन फाइटर जेट से लैस किया जाए, ताकि भविष्‍य की चुनौतियों से निपटा जा सके. रिपोर्ट की मानें तो भारत अमेरिकी F-35 या फिर रूसी Su-57E लड़ाकू विमान को फौरी तौर पर खरीद सकता है. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो भारत रूस से पांचवीं पीढ़ी का विमान खरीद सकता है, क्‍योंकि यह कीमत और टेक्‍नोलॉजी ट्रांसफर शर्तों के लिहाज से बेहतर है. इन सब कवायद के बीच भारत भारत स्‍वदेशी तकनीक से देसी फाइटर जेट भी डेवलप करने में जुटा है. डीआरडीओ और हिन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स (HAL) मिलकर एडवांस्‍ड मीडियम कॉम्‍बेट एयरक्राफ्ट (Advanced Medium Combat Aircraft – AMCA) प्रोजेक्‍ट के तहत पांचवीं और छठवीं पीढ़ी का फाइटर जेट विकसित करने में जुटा है. इस बीच खबर है कि एचएएल तेजस MK1A फाइटर जेट की डिलीवरी जल्‍द ही करने वाला है.
तेजस MK1A 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है. तेजस लाइट कॉम्‍बेट एयरक्राफ्ट के मुकाबले में MK1A में कई अपडेट किए गए हैं. एयरफोर्स ने साल 2021 में एचएएल के साथ 83 तेजस MK1A मुहैया कराने की डील की है. यह सौदा 48000 करोड़ रुपये का है. अब 67000 करोड़ रुपये की एक और डील की गई है, जिसके तहत 97 तेजस एमके1ए फाइटर जेट मुहैया कराना है. तमाम तरह की दिक्‍कतों के बावजूद अब एचएएल MK1A फाइटर जेट की डिलीवरी करने की तैयारी में है. बताया जा रहा है कि जुलाई में तेजस MK1A की फ्लाइट टेस्टिंग होगी और उसके बाद इसे इंडियन एयरफोर्स को देने की शुरुआत कर दी जाएगी. तेजस MK1A में अमेरिकी डिफेंस कंपनी जेनरल इलेक्ट्रिक (GE) द्वारा डेवलप F404-IN20 इंजन का इस्‍तेमाल किया गया है. फाइटर जेट के लिहाज से इस इंजन को एडवांस माना जाता है. जीई एयरोस्‍पेस की ओर से इंजन की सप्‍लाई करने में देरी की वजह से तेजस MK1A फाइटर जेट के प्रोडक्‍शन और डिलीवरी में तकरीबन 16 महीने की देरी हुई है. फाइटर जेट की आपूर्ति में देरी को लेकर एयरफोर्स की ओर से कई मौकों पर गंभीर आपत्ति भी दर्ज कराई गई थी. बता दें कि एयरफोर्स को 42 स्‍क्‍वाड्रन फाइटर जेट की जरूरत है, जब‍कि उपलब्‍ध सिफ 32 स्‍क्‍वाड्रन है. ऐसे में इसको लेकर डिफेंस एक्‍सपर्ट की ओर से भी चिंता जताई जा चुकी है.

Tejas Fighter Jet
तेजस MK1A 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है जो राफेल की बराबरी करता है. (फोटो: पीटीआई)

राफेल के टक्‍कर का फाइटर जेट

भारत ने तात्‍कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिए फ्रांस की रक्षा कंपनी दसॉल्‍ट एविएशन से 36 राफेल फाइटर जेट खरीदा है. इसपर हजारों करोड़ रुपये का खर्च आया है. अब नेवी के लिए राफेल का अपडेट वर्जन खरीदने का करार हुआ है. इसका बजट भी हजारों करोड़ रुपये का है. राफेल फाइटर जेट 4.5 जेनरेशन का उन्‍नत लड़ाकू विमान है. स्‍वदेशी तकनीक से डेवलप देसी तेजस MK1A फाइटर जेट भी 4.5 जेनरेशन का विमान है. ऐसे में यह राफेल के टक्‍कर का विमान है, जो इंडियन आर्म्‍ड फोर्सेज की जरूरतों को पूरा करेगा. यह मल्‍टीरोल फाइटर जेट है, जिसमें अत्‍याधुनिक इंजन का इस्‍तेमाल किया गया है. एचएएल ने तेजस MK1A को भारतीय मिसाइल और अन्‍य हथियारों के अनुकूल बनाया है. बता दें कि राफेल जेट में ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल फिट नहीं होती है. दसॉल्‍ट के साथ लंबी बातचीत के बाद अब इसमें ब्रह्मोस को इंस्‍टॉल करने पर सहमति बनी है. तेजस MK1A के साथ इस तरह की कोई समस्‍या नहीं आएगी.

Tejas Fighter Jet
तेजस MK1A को हिन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड ने डेवलप किया है. (फोटो: पीटीआई)

2000 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्‍यादा स्‍पीड

देसी तेजस MK1A फाइटर जेट एक सुपरसोनिक विमान है जो 1.8 मैक की रफ्तार से दुश्‍मनों पर धावा बोलने में सक्षम है. इस तरह तेजस MK1A जेट 2222 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. तेजस MK1A जेट से बियॉन्‍ड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल को छोड़ा जा सकता है. इसके अलावा MK1A में एयर टू एयर और एयर टू लैंड मिसाइल भी फिट किया जा सकता है, जो तेजस के अपडेट वर्जन को और भी घातक बनाता है. बता दें कि BVR मिसाइल वैसी मिसाइल्‍स होती हैं, जो नजर न आने वाले टारगेट को भी तबाह करने में सक्षम होता है. इसका मतलब यह हुआ कि पायलट जिस टारगेट को नहीं देख पा रहा है, उसे भी इसके जरिये निशाना बनाया जा सकता है.

इस मामले में F-16 से बेहतर

रिपोर्ट की मानें तो एचएएल 12 तेजस MK1A फाइटर जेट की पहली खेप इस साल के अंत तक डिलीवर कर देगी. एचएएल ने तेजस MK1A के उत्‍पादन को रफ्तार देने के लिए तीन प्रोडक्‍शन लाइन तैयार की है. बेंगलुरु में दो और एक प्रोडक्‍शन लाइन नासिक में है. हर प्रोडक्‍शन लाइन से साल में 8 तेजस MK1A को डेवलप किया जा सकेगा, इस तरह साल में 24 फाइटर जेट बनाए जा सकेंगे. दिलचस्‍प बात यह है कि तेजस MK1A कुछ मामलों में अमेरिकी एफ-16 फाइटर जेट से भी बेहतर है. एवियॉनिक्‍स डिजाइन के साथ ही रडार सिस्‍टम में तेजस MK1A एफ-16 से बीस है. बता दें कि तेजस MK1A फाइटर जेट में एडवांस्‍ड AESA रडार सिस्‍टम लगाया गया है. इसके अलावा इस जेट को दुश्‍मनों के लिए जाम करना भी आसान नहीं होगा. गौर करने वाली बात यह है कि पाकिस्‍तान के पास 80 के दशका का एफ-16 फाइटर जेट है.

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Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु…और पढ़ें

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु… और पढ़ें

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