रतलाम रेल मंडल के नीमच-रतलाम रेल सेक्शन में नए डबल ट्रैक का निर्माण अंतिम चरण में है। इसी सिलसिले में रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ई. श्रीनिवास और उनकी टीम ने शुक्रवार को ढोढर से जावरा तक ट्रैक का निरीक्षण किया।
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शनिवार को सीआरएस 120 किमी/घंटा की रफ्तार से ट्रायल ट्रेन चलवाकर बड़ायला चौरासी से जावरा तक ट्रैक की गति और सुरक्षा की जांच करेंगे। रेलवे ने इस दौरान दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक ट्रैक पर दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
निरीक्षण में क्या-क्या देखा गया? सीआरएस और उनकी टीम ने ट्रैक की मजबूती, तकनीकी मानकों, क्रॉसिंग, और स्टेशन सुविधाओं की बारीकी से जांच की। उन्होंने यह भी देखा कि नया ट्रैक यात्रियों के लिए कितना सुरक्षित है और स्टेशनों पर किन यात्री सुविधाओं की कमी है।
शनिवार के निरीक्षण के पहले एक दिन पूर्व सीआरएस ने ढोढर से जावरा के बीच नए ट्रैक का निरीक्षण किया था।
जल्द ही ट्रेनों का संचालन शुरू होगा इस निरीक्षण में रेल निर्माण शाखा के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी विनीत गुप्ता, रतलाम रेल मंडल के डीआरएम अश्विनी कुमार और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सीआरएस की जांच रिपोर्ट सकारात्मक रहने पर 48 किमी के इस नए सेक्शन पर जल्द ही ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। फिलहाल रतलाम से बड़ायला तक 23 किमी ट्रैक पहले से चालू है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह ट्रैक तैयार होने से रेल यातायात की रफ्तार बढ़ेगी और समय की बचत होगी। साथ ही, फ्रेट और पैसेंजर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

