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रामपुर की मशहूर फेमस लस्सी सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि शहर की पहचान बन चुकी है. 1980 से लोगों की प्यास बुझा रही यह लस्सी अब भी अपने पुरानी स्वाद और ताज़गी के लिए जानी जाती है, चाहे दुकान शौकत अली रोड से एलआईसी ऑफि…और पढ़ें
पहले यह दुकान शौकत अली रोड, थाना सिविल लाइंस इलाके में इलाहाबाद बैंक के सामने हुआ करती थी. कई दशकों तक इसी जगह से लोगों की प्यास बुझाने के बाद अब यह दुकान एलआईसी ऑफिस के पास आ गई है. जगह भले ही बदल गई हो, लेकिन ग्राहकों के लिए यह लस्सी वही पुराना स्वाद बनाए हुए है.
इस लस्सी का असली राज इसके बनाने के तरीके में छुपा है. दुकानदार शाहबुद्दीन इलियास शाबू खां बताते हैं कि यह लस्सी हमेशा घर में जमा ताज़ा दही और भैंस के प्योर दूध से बनाई जाती है. दूध और दही को ठंडा करके मशीन में अच्छी तरह फेंटा जाता है, फिर उसमें चीनी डाली जाती है. चीनी घुल जाने के बाद इसमें रूह-आफ़ज़ा मिलाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और ताज़गी भरा हो जाता है. अंत में ऊपर से मोटी मलाई सजाई जाती है, जो इसे और खास बना देती है. रामपुर ही नहीं, बल्कि आस-पास के इलाकों से भी लोग इस लस्सी का स्वाद चखने आते हैं. यहां तक कि विदेश में रहने वाले रामपुरवासी भी जब अपने शहर लौटते हैं, तो इस लस्सी का गिलास पीना नहीं भूलते. शाबू खां कहते हैं, “हमारे लिए यह लस्सी दुकान से ज्यादा एक विरासत है. यही वजह है कि हम हमेशा शुद्ध दूध और दही का इस्तेमाल करते हैं. लोगों का प्यार और विश्वास ही हमारी असली ताकत है.

