Last Updated:
फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक कलाकार हुए हैं. कई कलाकार ने लंबे संघर्ष के बाद पॉपुलैरिटी पाई, तो कई लगातार काम करने के बाद भी प्रसिद्धि हासिल नहीं कर पाए. यहां हम आपको ऐसे कलाकार के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. खूब पॉपुलैरिटी भी पाई लेकिन गरीबी उनका निधन हो गया.
इस एक्टर ने 40 साल से ज्यादा तक काम बॉलीवुड फिल्मों में बड़े और अहम रोल निभाए. राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, शम्मी कपूर, सनी देओल, शाहरुख खान और शाहिद कपूर समेत कई पीढ़ी के एक्टर्स संग काम किया. पद्म भूषण से सम्मानित भी हुए. लेकिन अंत गरीबी में हुआ. कौन है ये दिवंगत एक्टर.

यह एक्टर कई प्रसिद्ध हिंदी फिल्मों में एक जाना-पहचाना चेहरा थे. बॉलीवुड डेब्यू पर आने से पहले, उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया. इस एक्टर का नाम अवताक किशन हंगल, जिन्हें ए के हंगल के नाम से जाना जाता है.

ए.के. हंगल ने 52 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. उनकी पहली फिल्म साला 1996 में आई ‘तीसरी कसम’ थी. फिल्म में उन्होंने राजकपूर के बड़े भाई का किरदार निभाया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. (फोटो साभारः Instagram @bollywood.nostalgia)

ए.के. हंगल ने बॉलीवुड में काफी लंबी उम्र में डेब्यू किया. फिर भी उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उन्होंने ‘शोले’, ‘नमक हराम’, ‘खून भरी मांग’, ‘ज़ोर’ ‘पहेली’, ‘लगान’ और दिल मांगे मोर समेत कई फिल्मों अहम रोल निभाए.

‘शोले’ में उनका रहीम चाचा का किरदार सबसे यादगार है. उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में अमिताभ बच्चन के साथ ‘नमक हराम’, ‘शोले’ और ‘अभिमान’ जैसी कई फिल्मों में स्क्रीन शेयर की. एके हंगल ने अपनी परफॉर्मेंस से लोगों के दिलों पर राज किया.

अमिताभ बच्चन के अलावाल ए.के. हंगल ने राजेश खन्ना के साथ भी ज्यादा काम किया. उन्होंने राजेश के साथ ‘आप की कसम’, ‘अमर दीप’, ‘नौकरी’, ‘थोड़ीसी बेवफाई’ और ‘फिर वही रात’ जैसी कई फिल्मों में काम किया

ए.के. हंगल को 2006 में भारतीय सिनेमा और थिएटर में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया, जो भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. हालांकि, बाद के वर्षों में, वे आर्थिक तंगी से जूझते रहे, मुंबई के एक छोटे से एक कमरे के फ्लैट में रहते थे.

ए.के. हंगल के बेटे ने मीडिया के माध्यम से उनकी मदद के लिए भावुक अपील की थी. वह गरीबी में जी रहे थे. उनके पास खाने-पीने और दवाओं के लिए पैसे नहीं थे. साल 2012 में ए.के. हंगल का निधन हुआ. वह बीमारी वह 98 साल के थे. उम्र से संबंधित बीमारी से जूझ रहे थे.