गोपाल गिरि | लखीमपुर-खीरी3 मिनट पहले
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लखीमपुर खीरी में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसान लगातार परेशान हैं, लेकिन बुधवार को जब प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही जिले में पहुंचे तो उन्होंने मीडिया के सामने दावा कर दिया कि “जनपद में खाद की कोई कमी नहीं है।” उन्होंने बताया कि जिले को 10 लाख मीट्रिक टन यानी 25 लाख बोरी यूरिया भेजी गई है।
लेकिन हकीकत मंत्री के दावों से कोसों दूर दिखी। उसी दिन जिले भर में सरकारी खाद की दुकानों पर लंबी कतारें, धक्का-मुक्की और कई जगहों पर पुलिस की लाठियां तक किसानों पर चलानी पड़ीं।
भदूरा समिति में फूटा किसानों का गुस्सा, सड़क जाम विकासखंड बेहजम की भदूरा समिति में बुधवार को उस समय हंगामा हो गया, जब दो दिन से खाद न मिलने से नाराज किसानों ने मुख्य सड़क जाम कर दी। किसानों का आरोप था कि लाइन में लगे आम किसानों को खाद नहीं मिलती, जबकि रसूखदार और बड़े किसानों को ट्राली भर-भर कर खाद दी जाती है।
मौके पर पहुंची पुलिस को हालात संभालने में मशक्कत करनी पड़ी। थाना प्रभारी निरीक्षक दया शंकर द्विवेदी ने किसानों को समझाकर जाम खुलवाया।

सचिव मौके से भागा, मशीन खराब होने का बहाना किसानों के मुताबिक बुधवार को समिति पर आधार कार्ड और पैसे लेकर टोकन दिए गए थे, लेकिन सचिव ने अचानक मशीन खराब होने की बात कहकर समिति में ताला बंद कर दिया और खुद गायब हो गया। इसके चलते किसानों में गुस्सा भड़क गया।
मंत्री आए, समितियां खुली, फिर भी हंगामा स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने से समितियों और निजी दुकानों पर खाद की किल्लत बनी हुई है। अधिकतर समितियों में खाद आता है, लेकिन उसका वितरण गुपचुप तरीके से रसूखदारों को कर दिया जाता है।
मंत्री के आने की सूचना पर बुधवार को कई बंद समितियों को सिर्फ दिखावे के लिए खोला गया, लेकिन किसानों को खाद फिर भी नहीं मिल पाई।
फिलहाल आश्वासन, समाधान नहीं समिति सचिव प्रदीप पटेल ने कहा कि मशीन में खराबी आने से वितरण रुक गया। उन्होंने गुरुवार को खाद वितरण का आश्वासन दिया है।