गोरखपुरकुछ ही क्षण पहले
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गोरखपुर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर कमिश्नर सभागार में शनिवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त ने की। इसमें विद्युत निगम के मुख्य अभियंता, मंडल के सभी अधीक्षण अभियंता (एसई), खंडों के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कमिश्नर ने मंडल के विभिन्न क्षेत्रों में खंडवार बिजली आपूर्ति में आ रही समस्याओं पर चर्चा की। अधिकारियों से क्षेत्रवार कटौती के कारण, फॉल्ट, लाइन लॉस और ट्रिपिंग जैसी तकनीकी बाधाओं पर विस्तार से जानकारी ली गई। साथ ही यह भी पूछा गया कि अब तक किन स्तरों पर सुधार किए गए हैं और कहां प्रयास अभी भी अधूरे हैं।
समस्या से पहले समाधान की हो व्यवस्था कमिश्नर ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब विद्युत विभाग के पास अनुभवी और तकनीकी रूप से दक्ष अभियंता हैं, तो फिर बिजली आपूर्ति में संकट जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर ऐसे इंतज़ाम पहले से सुनिश्चित किए जाएं ताकि उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना न करना पड़े। “तकनीकी समाधान अभियंताओं की ही जिम्मेदारी है, उसे टालने या ऊपर भेजने की प्रवृत्ति उचित नहीं है”, उन्होंने दो टूक कहा।
व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश कमिश्नर ने निर्देश दिए कि अधिकारी अपनी व्यवस्था की समय-समय पर स्वयं समीक्षा करें। क्षेत्रीय फीडरों और ट्रांसफॉर्मरों की नियमित निगरानी हो, और किसी भी आपात स्थिति से पहले ही वैकल्पिक योजना तैयार रहे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपभोक्ताओं की शिकायतों का समय पर निस्तारण विभाग की जिम्मेदारी है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में DM कृष्णा करुणेश भी शामिल हुए। उन्होंने शहर और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति से जुड़ी चुनौतियों और लोगों की अपेक्षाओं को लेकर वास्तविक स्थिति से अवगत कराया। बैठक में तय किया गया कि मंडल में बिजली व्यवस्था को लेकर एक व्यापक कार्ययोजना तैयार कर अगली बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।