फिलहाल टीमें आरोपी से पूछताछ कर रही है।
राजस्थान एएनटीएफ की टीम ने डोडा-पोस्त से भरी स्कार्पियो ले जा रहे सप्लायर को 20 किलोमीटर पीछा कर गिरफ्तार किया है। उसके पास से 35 जिंदा कारतूस, मैगजीन, 6 अलग-अलग नंबरों की प्लेट बरामद की है। वहीं 544 किलो डोडा-पोस्त जब्त किए है। सप्लायर एक माह पहले ह
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आईजी विकास कुमार ने बताया- सप्लायर गोकल तस्करी के दौरान 50-60 किलोमीटर में ही नंबरों को बदल देता था। जिससे पुलिस की पकड़ में नहीं आ सकें। साथ ही पुलिस से बचने के लिए चोरी के वाहनों को सप्लाई यूज करते थे। पकड़ जाने पर पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकें।
स्कार्पियो गाडी का 20 किलोमीटर तक किया पीछा
एएनटीएफ की टीमों ने मादक पदार्थो के तस्करों की पुख्ता जानकारी मिलने पर सप्लायर की गाड़ी का लगातार पीछा किया। करीब 20 किलोमीटर तक स्कार्पियो गाड़ी का पीछा किया। इस आरोपियों ने कई बार एएनटीएफ की टीम को टक्कर मारने की कोशिश की।
खंभे से टकराई स्कार्पियों एक पकड़ा दूसरा भागा
पीछा करने के दौरान गांव की गलियों और झाड़ियों से भागने के दौरान स्कार्पियो खंभे से टकरा गई। आरोपी ने पिस्तौल तानते हुए धमकाने की कोशिश की। एनएनटीएफ बचाव करते हुए घनी झाड़ियों के बीच एक आरोपी को गाड़ी से उतरने से पहले ही पकड़ लिया। जबकि दूसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया।
स्कार्पियो सीटें खोलकर 27 कट्टों में भरा था 544 किलो डोडा पोस्त
पकड़े गए आरोपी के पास से स्कार्पियो गाड़ी में भरा हुआ 544 किलोग्राम अवैध डोडा-पोस्त बरामद किया। स्कार्पियो गाडी की सभी सीटों को खोलकर उसमें कुल 27 कटटों में भरे 544 किलोग्राम डोडा-पोस्त जब्त की है। इसकी सप्लाई मारवाड़ में होनी थी।
35 जिंदा कारतूस एक मैगजीन मिली
आरोपी के पास से पिस्तल के 35 जिंदा कारतूस, एक खाली मैग्जीन बरामद की है। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए फायर के लिए उपयोग करना बताया है। वहीं गाडी में से महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल, गुजरात राज्य की हाई सिक्योरिटी 6 नंबर प्लेट्स मिली है। जिन पर अलग-अलग नंबर लिखे थे।
50-60 किलोमीटर चलकर बदलता था नंबर प्लेट, तस्करी के लिए चोरी की गाडी
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि तस्करी के दौरान 50-60 किलोमीटर चलने के बाद नंबर प्लेट बदल दी जाती थी। ताकि गाडी की पहचान नहीं हो सके। पकड़ी गई स्कार्पियों के इंजन और चेसिस नंबर पूरी तरीके से घिस हुए है। आरोपी तस्करी के लिए चोरी के वाहन लेते थे। चोरी की गाडी कम रुपए में और पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलते थे।
15 जालों से अवैध तस्करी में शामिल, कई बार जा चुका है जेल
एएटीएफ टीमों की ओर से पकड़े गए डोडा-पोस्त सप्लायर ने अपना नाम गोकलाराम पुत्र मोराराम निवासी सरली पुलिस थाना सदर बाड़मेर बताया है। आरोपी 15 सालों से अवैध तस्करी कर रहा है। कई बार जेल भी जा चुका है।
महिला दोस्त के लिए शुरू की तस्करी
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि छठी कक्षा पास होन के बाद गांव में गाडियों पर जाने का शौक लग गया। फिर उम्र बढ़ने के साथ महिला दोस्त बन गई। उनके लिए खर्च करना उसे तस्करी दुनिया में ले आया। 2011 से 2015 तक शराब तस्करी की। हरियाणा से अवैध शराब की ट्रक भरकर गुजरात सप्लाई करता था।
2016 से शुरू की डोडा-पोस्त की सप्लाई
आरोपी ने साल 2016 में डोडा-पोस्त की सप्लाई शुरू की। दो साल बाद ही 2018 में बाड़मेर में भारी संख्या में अवैध डोडा-पोस्त के साथ सदर पुलिस के हाथों पकड़ा गया।
जेल से बाहर आते ही फिर शुरू की तस्करी
एएनटीएफ टीम की पूछताछ में बताया कि 15 माह जेल मे रहने के बाद जमानत पर बाहर आया। 2023 में निम्बाहेडा में फिर डोडा-पोस्त के मामले वांटेड होकर फरार हो गया। साल 2024 में गिरफ्तारी के बाद 10 अक्टूबर को ही आरोपी गोकलराम जमानत पर बाहर आया।
कर्ज में डूबा सप्लायर एक माह तीन बार अवैध डोडा-पोस्त करता था सप्लाई
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी जेल से जमानत करवाने के बाद ना केवल अवैध कामों से कमाए सारे पैसे हो गए बल्कि उल्टा कर्ज के तले दब गया। कर्ज चुकाने का दूसरा रास्ता नहीं देखकर माह में ही तीन बार अवैध डोडा-पोस्त की गाडियां मेवाड़ से मारवाड़ में सप्लाई कर दी। 10 नवंबर की रात यानी एक माह बाद आरोपी फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

