Benefits of Moonga Ratna: हिंदू शास्त्र में रत्नों को बहुत खास और मूल्यवान बताया है. अलग-अलग रत्नों का प्रभाव हमारे जीवन में कई तरह से पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहों की स्थिति बदलने से व्यक्ति के जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है.
यदि किसी का मंगल कमजोर है तो, उसके जीवन में कई तरह की तकलीफें आ सकती हैं. ऐसे समय में उसे मूंगा रत्न पहनना चाहिए. यह रत्न धारण करना शुभ होता है और मंगल ग्रह की स्थिति को भी स्थिर करता है.
मूंगा पहनने से मंगल दोष होगा कम
जिस व्यक्ति के जीवन में मंगल कमजोर स्थिति में हो तो उसे, संघर्ष, तनाव और असफलता का सामना करना पड़ सकता है. वहीं मूंगा धारण करने से इसका दोष कम होता है और जीवन में शुभ परिणाम देखने को मिलने लगते हैं.
कौन से जातक पहन सकते हैं मूंगा रत्न
जिन जातकों की राशि मेष या वृश्चिक है या जिनमें आत्मविश्वास की कमी है और उन्हें किसी भी बात पर जल्दी डर लगने लगता है, वे किसी ज्योतिष से सलाह लेकर इस रत्न को पहन सकते हैं. वहीं जिनका लग्न सिंह, धनु और मीन हो या किसी की कुंडली में मांगलिक दोष हो वो भी मूंगा धारण कर सकते हैं. इससे पहनने से दोष कम होगा.
असली मूंगा कि पहचान कैसे करें?
असली मूंगा रत्न बाकी रत्नों की तुलना में काफी चिकना और चमकदार होता है. इस पर पानी डालने से उसकी बूंद इस पर ठहर जाती है, वहीं नकली मूंगा पर ऐसा कुछ नहीं होता. यह हाथ में लेने से फिसलने लगता है. मूंगा का असर इसे धारण करने के 21 दिनों के बाद दिखता है.
कैसे करें मूंगा को धारण, जाने विधि
मूंगा रत्न को आमतौर पर सोने, चांदी या तांबे की अंगूठी में जड़वाकर पहना जाता है. इसे धारण करने से पहले अंगूठी को कच्चे दूध और गंगाजल से अच्छे से शुद्ध करना जरूरी माना गया है. मूंगा पहनने का सबसे शुभ समय मंगलवार की सुबह से दोपहर के बीच का होता है.
पुरुषों को यह रत्न दाएं हाथ की अनामिका में पहनना चाहिए, जबकि महिलाएं इसे बाएं हाथ की अनामिका में धारण कर सकती हैं. ऐसा करने से मंगल ग्रह का सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सफलता और प्रगति के नए अवसर प्राप्त होते हैं.
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