Chinese Work Culture: चाइना फिर एक बार भारत में सुर्खियों में है, इस बार वहां के लोगों के काम करने के तरीके को लेकर यह चर्चा है. दरअसल हमेशा अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने फिर एक बार चीन के 72 घंटे के वर्क वीक का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि पहले जिंदगी है फिर वर्क-लाइफ बैलेंस की चिंता करनी चाहिए. अपने पुराने बयान का बचाव करते हुए नारायण मूर्ति ने कहा, “पिछले साल कैटामरन की सीनियर और मिड-लेवल टीम चीन गई थी. वे टियर-1, टियर-2 और टियर-3 शहरों में घूमे और वहीं के साधारण होटलों में रहे, ताकि हमें ‘असल चीन’ को समझने का मौका मिले. वहां एक कहावत है 9, 9, 6. इसका मतलब है सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक, हफ्ते में 6 दिन. यानी कुल 72 घंटे काम.”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि पीएम लगभग 100 घंटे हफ्ते भर में काम करते हैं और कड़ी मेहनत का चमकता हुआ उदाहरण हैं. मूर्ति ने कहा कि नई पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेकर मेहनत करनी चाहिए ताकि कम भाग्यशाली लोगों के लिए भी बेहतर अवसर बनें.
चीन का 9-9-6 रूल क्या है?
अब चलिए आपको बताते हैं कि क्या है चीन में 996. इसका मतलब है सुबह 9 से रात 9 तक, हफ्ते में 6 दिन काम करना. टेक सेक्टर में इसे कई बड़े बिजनेस लीडर, जैसे जैक मा, मोटिवेशन की तरह पेश करते रहे हैं. लेकिन इस कल्चर की वजह से भारी थकान, बर्नआउट और मानसिक तनाव बढ़ा है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में चीन के कई युवा प्रोफेशनल बड़े शहरों की तेज-रफ्तार और दबाव भरी नौकरी छोड़कर छोटे शहरों में शांत जिंदगी जीने लगे हैं, सिर्फ 996 कल्चर से बचने के लिए.
चीन की 9-9-6 पर कार्रवाई
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में चीन की सरकार ने कंपनियों को चेतावनी दी थी कि ऐसे ‘थकाऊ वर्क शेड्यूल पूरी तरह गैरकानूनी हैं. चीन के काम करने के कानूनों के हिसाब से एक दिन में 8 घंटे और हफ्ते में कुल 44 घंटे का काम तय है. इससे ज्यादा काम कराने पर ओवरटाइम देना जरूरी है.
कितनी मिलती है सैलरी?
मूर्ति के बयान के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सैलरी के मुद्दे पर सवाल उठाए. एक यूज़र ने लिखा, “चीन में 9-9-6 रूल के हिसाब से ही सैलरी भी मिलती है, आपकी कंपनी की तरह मूंगफली भर नहीं.” एक और यूजर ने जवाब दिया, “सर, 996 भारत में तभी लागू हो सकता है जब आप जूनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर को भी 1 से 2 लाख महीने की सैलरी देने को तैयार हों. चीन में शुरुआती सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी 8,000 से 15,000 युआन (करीब 93,000 से 1.75 लाख) होती है.” इस हिसाब से देखें, तो वहां अलग-अलग लेवल पर अलग-अलग सैलरी होती है. glassdoor की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में जूनियर सॉफ़्टवेयर इंजीनियर 1 से 3 वर्ष अनुभव वाली पोजीशन की सालाना औसत सैलेरी लगभग 3,32,000 चीनी युआन यानी करीब 45,000 यूएस डॉलर या भारतीय रुपये में लगभग 37 से 40 लाख रुपये मिलते हैं.
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