Wednesday, June 25, 2025
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ईरान-इजरायल सीजफायर के बीच भारत के लिए आयी अच्छी खबर, चीन-पाकिस्तान को लगेगी मिर्ची


India GDP Growth: भारतीय इकोनॉमी के मोर्चे पर ये खबर राहत देने वाली है. ग्लोबल रेटिंग्स एसएंडपी ने देश की जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान बढ़ाते हुए 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. इस भविष्यवाणी के बाद पिछले महीने की तुलना में जीडीपी ग्रोथ में सुधार हुआ है. इससे पहले ग्रोथ रेट को वैश्विक अनिश्चितताओं की वजह से घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया गया था.

नई एशिया पैसिफिक इकोनॉमिक आउटलुट रिपोर्ट में ग्लोबल एजेंसी S&P ने कहा कि देश में मजबूत घरेलू मांग के चलते इकोनॉमी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मजबूती से खड़ी है. जीडीपी को सपोर्ट करने वाले मुख्य फैक्टर- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, सामान्य मॉनसून की उम्मीद, ब्याज दरों में कटौती की संभावना और आयकर में रियायतें शामिल है.

तेज गति से बढ़ेगी जीडीपी

आरबीआई के अनुमान के अनुरूप ही एसएंडपी भी कुछ इसी तरह की अर्थव्यवस्था को लेकर संभावना जताई है. वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 प्रतिशत बने रहने की उम्मीद जताई थी.

इधर, अमेरिकी टैरिफ पर एसएंडपी की रिपोर्ट में भी चिंता जाहिर की गई और कहा गया कि इससे निवेश और वैश्विक व्यापार को चोट पहुंच सकती है. साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी मंद पड़ सकती है. इस रिपोर्ट में मिडिल ईस्ट में तनाव का भी जिक्र करते हुए कहा गया है कि अमेरिकी मिलिट्री एक्शन से स्थिति और बिगड़ सकती है. इसके साथ ही, अगर कच्चे तेल की कीमत ज्यादा समय तक ऊंचे भाव पर टिकी रही तो इसे भी ऊर्जा आयात पर निर्भर भारत जैसी अन्य इकोनॉमी के ऊपर बुरा असर पड़ सकता है.

क्रूड ऑयल में तेजी से GDP पर असर

गौरतलब है कि भारत अपनी जरूरतों का करीब नब्बे फीसदी आयात पर निर्भर है. साथ ही करीब पचास प्रतिशत प्राकृतिक गैस भी बाहर से मंगवाता है. ऐसे में क्रूड ऑयल की कीमत ऊपर गई तो इससे न सिर्फ भारत जैसी इकोनॉमी का व्यापार घाटा बढ़ेगा, बल्कि महंगाई बढ़ेगी. जीडीपी पर उसका विपरीत असर देखने को मिल सकता है.

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