एसी खरीदते समय रखें ये ध्यान
AC खरीदते समय सबसे ज्यादा लोग उसकी कैपेसिटी यानी टन पर ध्यान देते हैं। लोग अपने घर की साइज के हिसाब से 1 टन, 1.5 टन, 2 टन आदि कैपेसिटी वाले एसी लगाते हैं। अगर, आप भी केवल टन देखकर एसी खरीद रहे हैं, तो आपके लिए यह कभी-कभी महंगा भी पड़ सकता है। केवल टन देखकर एसी खरीदने से बिजली बिल कहीं आपका मंथली बजट बिगाड़ सकता है। आम तौर पर बड़े हाल के लिए 2 टन का, एवरेज कमरों के लिए 1.5 टन और छोटे कमरों के लिए 1 टन का एसी खरीदते हैं।
क्या टन देखकर खरीदनी चाहिए AC?
केवल टन देखकर एसी खरीदना फायदे का सौदा नहीं होगा। आपको एसी खरीदते समय टन के साथ-साथ कूलिंग कैपेसिटी को भी चेक करना चाहिए, जो एसी के साथ दिए मैनुअल से पता चलेगा। अगर, आपने 1.5 टन का एसी खरीदा और उसकी कूलिंग कैपेसिटी कम है, तो भी कमरा को ठंडा होने में काफी समय लग सकता है। वहीं, अगर, आप 1 टन का भी एसी खरीदते हैं और उसकी कूलिंग कैपेसिटी ज्यादा है, तो यह कमरे को जल्दी ठंडा कर सकता है।
क्या होता है कूलिंग कैपेसिटी?
AC में कूलिंग कैपेसिटी का मतलब है कि कितनी जल्दी एसी कमरे को ठंडा करेगा। ज्यादा कूलिंग कैपेसिटी वाला एसी घर को प्रभावी तरीके से जल्दी ठंडा करेगा। उदाहकरण के तौर पर एस 3500W कूलिंग कैपेसिटी वाले 1.5 टन के एसी और 5000W कूलिंग कैपेसिटी वाले एसी में से 5000W वाला एसी बिजली की बचत करने का काम करेगा।
कम कूलिंग कैपेसिटी वाले एसी को कमरा ठंडा करने के लिए ज्यादा समय लगेगा क्योंकि कैपेसिटी कम होने की वजह से डिजायर्ड टेम्परेटर तक पहुंचे में बहुत समय लगेगा। ऐसे में टन की जगह अगर आप कूलिंग कैपेसिटी का ध्यान रखेंगे तो कम देर एसी चलाकर भी कमरा ठंडा करने का काम किया जा सकता है। कम देर तक एसी चलाने से बिजली के बिल की बचत होगी। एसी खरीदते समय दिए गए स्टार रेटिंग वाले स्टीकर पर आपको एसी की कैपेसिटी के साथ-साथ कूलिंग कैपेसिटी की जानकारी भी मिलती है। इसे देखकर ही आप एसी खरीदें।
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