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ओडिशा के निचले हिस्सों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. (एएनआई)
हीराकुंड बांध के मुख्य अभियंता सुशील कुमार बेहरा ने बताया कि कितने गेट खोले जाएंगे, इसका अंतिम फैसला 6 जुलाई को ही लिया जाएगा. यह निर्णय ऊपरी इलाकों से आने वाले पानी के प्रवाह की मात्रा पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा कि बांध के जलाशय में पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है और वर्तमान में यह 603.02 फीट तक पहुंच गया है, जबकि बांध की अधिकतम भंडारण क्षमता 630 फीट है. जलाशय में पानी का प्रवाह 99,467 क्यूसेक प्रति सेकंड दर्ज किया गया है.
हीराकुंड बांध के अधिकारियों ने संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए ओडिशा के 13 जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट जारी किया है. कलेक्टरों को निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां करने और स्थानीय लोगों को सूचित करने का निर्देश दिया गया है.
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदी तटों से दूर रहने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैयार की गई हैं. हीराकुंड बांध ओडिशा के लिए जल प्रबंधन और बाढ़ नियंत्रण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस बार भी प्रशासन इसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रही है.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
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