Sunday, July 20, 2025
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बिजनेस पार्टनर को ड्रग केस में फंसाने की साजिश: पार्टनरशिप से अलग होने की रंजिश में कार में रखवाई ड्रग्स, दो गिरफ्तार; मुख्य आरोपी फरार – Gujarat News


पुलिस गिरफ्त में मुख्य आरोपी का भाई और ड्रग डीलर।

सूरत की सिंगनपुर पुलिस ने तीन महीने पहले एक वाहन की जांच के दौरान तेल व्यापारी अल्पेश मियानी को 7.87 लाख रुपये की ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था। हालांकि, इस घटना की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। व्यापारी के पूर्व व्यापारिक साझेदार चिराग गो

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स मामले में पुलिस ने चिराग के भाई निरंत उर्फ ​​लालू गोटी और ड्रग सप्लायर मोहम्मद हमजा उर्फ ​​रिजवान को गिरफ्तार कर दो दिन की रिमांड हासिल की है। इस पूरे मामले की जांच एसीपी जेडआर देसाई को सौंपी गई। जांच में पता चला कि व्यापारी अल्पेश को उसके ही बिजनेस पार्टनर ने फंसाया था। हालांकि, मुख्य आरोपी चिराग फिलहाल फरार है और जाच में पता चला है कि वह नेपाल में है।

क्या था मामला?

करीब तीन महीने पहले सूरत के कतारगाम में रहने वाले और तेल व्यापारी अल्पेश घनश्यामभाई मियानी अपनी कार से घर जा रहे थे। तभी वाड वरियाव ब्रिज के पास, सिंगणपोर पुलिस ने उनकी कार से 7.87 लाख रुपए कीमत की 78.77 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स जब्त की थी। पुलिस ने कार जब्त कर अल्पेश को NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया था।

मुख्य आरोपी का भाई लल्लू घनश्याम गोटी और ड्रग डीलर मोहम्मद हमजा (हरी टी-शर्ट में)।

एसीपी की जांच में बड़ा खुलासा

अल्पेश और उसके परिवार वालों ने पुलिस कमिश्नर को बताया कि उन्हें झूठा फंसाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एसीपी जेड. आर. देसाई ने की। एसीपी जेड. आर. देसाई ने बताया कि जांच में पता चला है कि कारोबारी अल्पेश की कार में उसके पूर्व बिजनेस पार्टनर चिराग गोटी ने अपने छोटे भाई निरंत उर्फ ​​लालू और पिता घनश्याम की मदद से ड्रग्स का एक बैग रखा था।

बिजनेस पार्टनरशिप अलग होने से चिराग गोटी को भारी आर्थिक नुकसान का डर था, इसलिए उसने अल्पेश मियानी को ड्रग्स मामले में फंसाने की साजिश रची थी। मुख्य सरगना चिराग गोटी ने समीर बलार और सरफराज उर्फ ​​सफी अहमदवी के ज़रिए हमजा उर्फ ​​रिजवान से ड्रग्स मंगवाई थी। ड्रग्स की पैकिंग करके अल्पेश की कार में निरंत उर्फ ​​लालू के पास रखी गई थी।

पूरे मामले की जांच एसीपी जेडआर देसाई को सौंपी गई थी।

पूरे मामले की जांच एसीपी जेडआर देसाई को सौंपी गई थी।

किसे गिरफ्तार किया गया?

इस खुलासे के बाद एसीपी ने निरंत उर्फ ​​लल्लू घनश्याम गोटी, ड्रग सप्लायर मोहमंद हमजा उर्फ ​​रिजवान बादशाह मोहमंद अल्ताफ को गिरफ्तार कर लिया। दोनों का दो दिन का रिमांड भी हासिल किया गया है। इस मामले में बचाव पक्ष की ओर से केतन रेशमवाला और भावेश कुलकर्णी ने दलीलें दीं. फिलहाल मुख्य आरोपी चिराग गोटी की तलाश की जा रही है।

पुलिस को पता चला है कि चिराग गोटी नेपाल का रहने वाला है। इसके अलावा, हमजा ड्रग्स कहां से लाया था, इसकी भी जांच चल रही है। इस मामले में कुछ और बड़े खुलासे होने की संभावना है।



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