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Bengal News: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी में गुटबाजी और मंत्री उदयन गुहा के पीएम मोदी पर तंज ने सियासी माहौल गरमा दिया है. ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के बीच मतभेद की खबरें भी चर्चा में हैं.
ममता बनर्जी के मंत्री ने पीएम के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
हाइलाइट्स
- टीएमसी में बढ़ती गुटबाजी से पार्टी पर सवाल उठे हैं.
- मंत्री उदयन गुहा ने पीएम मोदी पर तंज कसा है.
- ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के बीच मतभेद की खबरें हैं.
Bengal News: अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की सियासत में इन दिनों उथल-पुथल का माहौल है. एक तरफ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अंदर बढ़ती गुटबाजी की खबरें पार्टी के भविष्य पर सवाल खड़े कर रही हैं, तो दूसरी तरफ राज्य के मंत्री उदयन गुहा के पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज ने सियासी तापमान को और बढ़ा दिया है. इन घटनाओं ने यह सवाल उठा दिया है कि क्या ममता बनर्जी की पकड़ कमजोर हो रही है और क्या टीएमसी अपनी जमीन खो रही है?
टीएमसी में बढ़ती गुटबाजी
टीएमसी में ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के बीच मतभेद की चर्चाएं जोरों पर हैं. 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने हाल ही में संगठनात्मक बदलाव किए, जिसमें 11 नए जिला अध्यक्ष और 12 नए चेयरपर्सन नियुक्त किए गए. इसे पार्टी में गुटबाजी को नियंत्रित करने की कोशिश माना जा रहा है. कुछ ऐसा ही 2021 के चुनावों से पहले भी देखा गया था. ममता पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं, लेकिन अभिषेक को पार्टी का दूसरा बड़ा चेहरा माना जाता है. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी की भागीदारी को लेकर विवाद हुआ. केंद्र ने टीएमसी सांसद यूसुफ पठान को बिना पार्टी की सलाह के चुना, जिस पर ममता ने आपत्ति जताई. बाद में अभिषेक को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया.
पार्टी के कुछ नेता मानते हैं कि ममता पुराने नेताओं को महत्व देती हैं, जबकि अभिषेक नए चेहरों को मौका देना चाहते हैं. बीरभूम में अनुब्रत मंडल को हटाकर एक नौ सदस्यीय समिति को जिम्मेदारी देना भी अभिषेक की सलाह पर माना जा रहा है. मुरशिदाबाद हिंसा और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर पार्टी के बयानों में एकरूपता की कमी ने गुटबाजी की अटकलों को और हवा दी है.
उदयन गुहा का पीएम मोदी पर तंज
इसी बीच टीएमसी नेता और मंत्री उदयन गुहा ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि कोई पहले चाय का व्यापार करता था, अब वे सिंदूर का व्यापार कर रहे हैं. यह बयान ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में था, जिसे भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान अंजाम दिया गया. गुहा का यह बयान उस समय आया जब पीएम मोदी अलीपुरद्वार में एक रैली को संबोधित करने वाले थे. बीजेपी ने इसे सेना का अपमान बताकर तीखी प्रतिक्रिया दी. बीजेपी नेता मनोज तिग्गा ने टीएमसी को मीर जाफर कंपनी करार दिया, जबकि शहजाद पूनावाला ने इसे टीएमसी की हताशा बताया. बीजेपी का कहना है कि टीएमसी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों का मजाक उड़ा रही है.
बीजेपी को सियासी फायदा
उदयन के इस बयान को भाजपा के लिए फायदे वाला बताया जा रहा है. काफी पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर पीएम मोदी के बारे में एक आपत्तिजनक बयान दिया था जिसका पार्टी ने भरपूर फायदा उठाया था. अय्यर अब कांग्रेस में नहीं है, लेकिन वह विवादित बयान देते रहते हैं. उन्होंने हाल में पहलगाम आतंकी हमले को बंटवारे से जोड़ा और भारत में मुसलमानों की स्थिति पर सवाल उठाया. बीजेपी ने इसे कांग्रेस की राष्ट्र-विरोधी छवि बनाने के लिए इस्तेमाल किया. अय्यर के पुराने बयानों जैसे 2017 में पीएम मोदी को आपत्तिजनक शब्द और 2014 में चाय वाला कहने का पार्टी ने खूब फायदा उठाया था.
टीएमसी की गुटबाजी और नेताओं के बयानों ने ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. केंद्र और राज्य के बीच पहले से चली आ रही तनातनी, नीति आयोग की बैठक में ममता की अनुपस्थिति और बीजेपी के लगातार हमले टीएमसी के लिए चुनौती बन रहे हैं. अगर ममता और अभिषेक के बीच मतभेद बढ़ते हैं तो 2026 के चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है.

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें