Sunday, July 6, 2025
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CUET UG 2025: सीयूईटी यूजी में कम मार्क्स पर क्या करें? कहां और कैसे मिलेगा एडमिशन?


नई दिल्ली (CUET UG 2025). एनटीए ने cuet.nta.nic.in पर सीयूईटी यूजी 2025 रिजल्ट जारी कर दिया है. सीयूईटी यूजी में कम मार्क्स हासिल करना निराशाजनक हो सकता है, लेकिन यह आपके करियर का अंत नहीं है. इसे एक चुनौती मानिए, जिसे सही अप्रोच और प्लानिंग के साथ अवसर में बदला जा सकता है. सीयूईटी यूजी 2025 में कम मार्क्स होने पर भी आपके पास कई विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे वैकल्पिक कॉलेज, अन्य प्रवेश परीक्षाएं या स्किल-बेस्ड कोर्स.

सीयूईटी यूजी 2025 में कम मार्क्स होने पर सबसे पहले अपने स्कोर का एनालिसिस करें, फिर कमजोर क्षेत्रों को समझें. इसके बाद उन कॉलेजों की तलाश करें, जो आपके अंकों के आधार पर एडमिशन दे सकते हैं या आप चाहें तो अन्य करियर पाथ भी चुन सकते हैं. यह समय सेल्फ इवैल्युएशन और नए अवसरों की खोज का है. चाहे आप अगले साल फिर से सीयूईटी की तैयारी करें या वैकल्पिक कोर्स चुनें, पॉजिटिव अप्रोच दृष्टिकोण और मेहनत आपको सफलता जरूर दिलवाएगी.

सीयूईटी यूजी में कम मार्क्स पर क्या करें?

सीयूईटी यूजी 2025 परीक्षा में कम मार्क्स होने पर उसके स्ट्रेस में खोए रहने के बजाय आगे बढ़ें. जानिए इस स्थिति में क्या करना चाहिए-

एनालाइज करें अपना स्कोर: अपना सीयूईटी स्कोर ध्यान से देखें और कमजोर क्षेत्रों की पहचान करें. इससे यह समझने में मदद मिलेगी कि अगली बार कहां सुधार करना है. कट-ऑफ मार्क्स की तुलना करके पता चलेगा कि आप कितने अंकों से पीछे रह गए.

काउंसलिंग और कॉलेज विकल्प: कई कॉलेजों में सीयूईटी स्कोर के आधार पर अलग-अलग कट-ऑफ होती है. कम स्कोर के साथ भी कुछ कॉलेजों में एडमिशन मिल सकता है. कम रैंक वाले कॉलेज या ऑफ-कैंपस कॉलेजों में आवेदन करें. प्राइवेट यूनिवर्सिटी या डीम्ड यूनिवर्सिटी में भी एडमिशन ले सकते हैं.

अन्य प्रवेश परीक्षाएं: अगर सीयूईटी स्कोर से मनचाहा कॉलेज नहीं मिल रहा है तो अन्य प्रवेश परीक्षाओं (जैसे स्टेट-लेवल या यूनिवर्सिटी-लेवल टेस्ट) के लिए आवेदन करें. कुछ कॉलेज मेरिट-बेस्ड या 12वीं के अंकों के आधार पर भी दाखिला देते हैं.

2026 का रखें लक्ष्य: अगर आप अगले साल फिर से सीयूईटी दे सकते हैं तो तैयारी शुरू कर दें. पिछले सालों के पेपर, मॉक टेस्ट और टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें. कोचिंग, ऑनलाइन कोर्स या सेल्फ-स्टडी के जरिए कमजोर विषयों को मजबूत करें.

वैकल्पिक कोर्स या करियर पाथ: अगर कॉलेज में दाखिला नहीं मिल पा रहा है तो डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स या वोकेशनल कोर्स (जैसे डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइन, कोडिंग) चुन सकते हैं. ओपन यूनिवर्सिटी (जैसे IGNOU) या ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम भी सही विकल्प हैं.

काम आएगी करियर काउंसलिंग: किसी प्रोफेशनल काउंसलर से सलाह लें. वे आपके स्कोर, रुचि और स्किल्स के आधार पर सही दिशा दिखा सकते हैं. स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम या इंटर्नशिप के बारे में भी सोच सकते हैं.

सकारात्मक रहें: किसी परीक्षा में कम मार्क्स करियर का अंत नहीं हैं. अपने लक्ष्य पर फोकस करें और मेहनत जारी रखें. कई सफल लोग शुरुआती असफलताओं से उबरे हैं.

यह भी पढ़ें- MBA का नंबर 1 कॉलेज, टॉप मार्क्स वालों को मिलेगा एडमिशन, गूगल में होगा प्लेसमेंट

सीयूईटी में कम मार्क्स पर कहां लें एडमिशन?

सीयूईटी में कम मार्क्स (600 से नीचे) होने पर भी कई यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है. आप बीए, बीएससी या बीकॉम जैसे कोर्सेस में एडमिशन लेकर अगले साल की परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं. जानिए कुछ यूनिवर्सिटी, जहां कम कटऑफ पर भी एडमिशन मिल सकता है. ध्यान दें कि कटऑफ हर साल बदल सकती है. इसलिए ऑफिशियल वेबसाइट या काउंसलिंग प्रक्रिया चेक कर लें.

1. सेंट्रल यूनिवर्सिटी (कम कटऑफ वाली)

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा: बीए, बीएससी, बीकॉम जैसे कोर्स में कटऑफ 150-170 के बीच हो सकती है.
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक: सामान्य कोर्स में 140-160 स्कोर के साथ दाखिला संभव है.
डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर: बीए और बीएससी जैसे कोर्स में कटऑफ अपेक्षाकृत कम (120-170) हो सकती है.
महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी: कुछ कोर्स में कम स्कोर (150-170) पर दाखिला मिल सकता है.

2. स्टेट यूनिवर्सिटी

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी: बीए और बीकॉम जैसे कोर्स में कटऑफ 150-170 के बीच हो सकती है.
पंजाब यूनिवर्सिटी: कुछ कोर्स में 150-170 स्कोर स्वीकार्य हो सकता है.
डॉ. बी.आर. आंबेडकर यूनिवर्सिटी, दिल्ली: कम प्रतिस्पर्धी कोर्स में कम स्कोर पर दाखिला संभव है.

3. प्राइवेट यूनिवर्सिटी

एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा: बीए, बीकॉम और कुछ बीटेक कोर्स में कम स्कोर (100-140) पर दाखिला मिल सकता है.
जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी: बीटेक और अन्य कोर्स में कटऑफ फ्लेक्सिबल होती है.
मणिपाल यूनिवर्सिटी: कुछ कोर्स में कम स्कोर स्वीकार किए जाते हैं.
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU): कई कोर्स में कम स्कोर पर एडमिशन मिल सकता है.

4. डीम्ड यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थान

ग्राफिक यूनिवर्सिटी, देहरादून और नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी जैसी कई डीम्ड यूनिवर्सिटी कम स्कोर पर एडमिशन दे सकती हैं. कुछ प्राइवेट कॉलेज कम कटऑफ के साथ सामान्य कोर्स ऑफर करते हैं.

5. गैर-सीयूईटी यूनिवर्सिटी

नगालैंड यूनिवर्सिटी, सिक्किम यूनिवर्सिटी, नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी और हैमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी सीयूईटी स्कोर के बिना मेरिट या अन्य प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर दाखिला देती हैं.

काम की बात

  • काउंसलिंग: कई यूनिवर्सिटी के बाद के काउंसलिंग राउंड में कटऑफ कम हो सकती है.
  • चेक करें कटऑफ: ऑफिशियल वेबसाइट cuet.nta.nic.in या यूनिवर्सिटी पोर्टल पर कटऑफ और कोर्स की डिटेल्स देखें.
  • मैनेजमेंट कोटा: कुछ प्राइवेट यूनिवर्सिटी में मैनेजमेंट कोटा के तहत कम स्कोर पर दाखिला मिल सकता है.
  • वैकल्पिक कोर्स: कम प्रतिस्पर्धी कोर्स, जैसे बीए (जनरल) या बीएससी (नॉन-टेक्निकल) में कटऑफ कम होती है.
  • नोट: कटऑफ कोर्स, श्रेणी (GEN/OBC/SC/ST) और यूनिवर्सिटी के आधार पर अलग हो सकती है.



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