Amitabh Kant: नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को इंडिगो एयरलाइंस की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने गुरुवार को अपने निदेशक मंडल में गैर-कार्यकारी निदेशक (Non Executive Director) के तौर पर नियुक्त करने का ऐलान किया है. अमिताभ कांत ने पिछले महीने भारत के जी-20 शेरपा के पद से इस्तीफा दिया था.
जी-20 शेरपा ने अमिताभ कांत ने दिया था इस्तीफा
इंटरग्लोब एविएशन की तरफ से कहा गया है कि निदेशक मंडल में उनकी नियुक्ति रेगुलेटरी और शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर है. इंडिगो के निदेशक मंडल के चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने कहा कि इंडिगो को अमिताभ कांत को बोर्ड सदस्य के रूप में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. उन्होंने आगे कहा कि अमिताभ कांत के पास राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशासनिक कार्यों का अच्छा-खासा अनुभव है. उनके नेतृत्व गुणों से इंडिगो को बहुत लाभ होगा.
नीति आयोग (National Institution for Transforming India) में छह वर्षों तक सीईओ रहने के दौरान अमिताभ कांत ने Aspirational Districts Programm चलाया था. इस दौरान देश के पिछ़ड़े जिलों को फोकस कर वहां पर तेजी के साथ विकास करना था, ताकि सामाजिक और आर्थिक दूरियों को कम किया जा सके. ये भारत सरकार की एक प्रमुख पहल रही है.
अमिताभ कांत ने कई अहम भूमिकाएं निभाईं
विक्रम सिंह मेहता ने कहा कि इंडिगो की टीम 2030 तक वैश्विक कंपनी बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में उनके व्यापक अनुभव और ज्ञान का लाभ उठा सकती है. अमिताभ कांत ने नीति आयोग में अपने कार्यकाल के दौरान कई प्रमुख भूमिकाएं निभाईं, जिनमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बोर्ड में निदेशक और भारत के राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के सदस्य की भूमिका शामिल हैं.
अमिताभ कांत ने इंडिगो के निदेशक मंडल में अपनी नियुक्ति पर कहा कि मैं इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) के निदेशक मंडल में शामिल होकर बहुत खुश हैं. इसके साथ ही, उन्होंने आगे कहा कि वे इंडिगो और भारत के व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास के अगले अध्याय में योगदान देने के लिए तत्पर हैं.