फर्जी लोन दिलाने वाली गैंग का मास्टर माइंड है प्रवीण, पत्नी देती थी साथ
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एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से फर्जी लोन कराने वाली गैंग ने शहर की अन्य कई बैंकों से भी धोखाधड़ी की है। इसका प्रमाण यह है कि पकड़े गए 7 आरोपियों में से 2 पर विश्वविद्यालय थाने में भी बैंक से ऐसी ही ठगी को लेकर एफआईआर दर्ज है।
गोविंदपुरी स्थिति नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित ग्वालियर को भी ठग 51 लाख का चूना लगा चुके हैं। इस ठगी में 6 लोगों की नामजद एफआईआर है। जिनमें गिरफ्तार होप सिंह व प्रवीण अग्रवाल के साथ ही उसकी पत्नी सुषमा अग्रवाल समेत 6 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज है। साइबर क्राइम पुलिस ने बताया कि प्रवीण अग्रवाल के परिवार के अन्य कई सदस्य भी ठगी के मामलों में शामिल रहे हैं, जिसके साक्ष्य मिले हैं।
मैनेजर की तलाश में दबिश सात आरोपी जेल पहुंचे
पुलिस ने फर्जी लोन निकालने वाली गैंग के सातों सदस्यों को जेल भेज दिया है। अब एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के मैनेजर हितेंद्र सोनी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
बैंक से 3 लोन निकाल किया 51 लाख का गबन
गोविंदपुरी स्थित नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित ग्वालियर के अध्यक्ष 60 वर्षीय महेंद्र कुमार अग्रवाल ने 12 फरवरी 2024 को विश्वविद्यालय थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें आरोपी प्रवीण अग्रवाल उनकी पत्नी सुषमा अग्रवाल, अशोक प्रसाद, कलावती जाटव, विनोद सिंह भदौरिया तथा होम सिंह कुशवाह पर नामजद हैं।
फरियादी महेंद्र ने बताया कि आरोपियों ने 2021 में कूट रचित दस्तावेज तैयार कर बैंक के साथ धोखाधड़ी कर 3 लोन निकाले। जिसमें 51 लाख रुपए का गबन किया। आरोपियों ने फ्लैट मार्डगेज कराकर लोन लिए थे। मगर जब किश्तें नहीं भरीं तब धोखाधड़ी का पता चला। इसमें होप सिंह की भी अहम भूमिका थी।
क्राइम ब्रांच कर रही पता, रजिस्ट्रार से मांगी जानकारी
क्राइम ब्रांच अब यह पता लगाने में जुटी हुई है कि एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से लोन निकालने के लिए आरोपियों ने फर्जी रजिस्ट्री कैसे कराईं। जिसके आधार पर बैंक के लोन फर्जी लोगों को हो सके। रजिस्ट्रार से भी इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। पुलिस को संदेश है कि इस मामले में रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। इसलिए पुलिस फर्जी रजिस्ट्री की जानकारी एकत्रित कर रही है।