Monday, November 3, 2025
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MP का पहला छठ मैया मंदिर भोपाल में तैयार: दो बार टूटा पत्थर, तीसरे प्रयास में मूर्ति हुई पूर्ण; सूर्य देव के 7 घोड़ों वाले रथ पर आरूढ़ स्वरूप – Bhopal News


भोजपुरी समाज के लिए इस बार का छठ पर्व खास होने जा रहा है। भोपाल के लिंक रोड नंबर 3 स्थित 5 नंबर छठ घाट पार्क में प्रदेश का पहला छठ मैया मंदिर बनकर तैयार हो गया है। छठ पर्व के अवसर पर यहां वैदिक विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया जाएगा। यह वही स्थान है, जह

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तीन बार की मेहनत से बनी प्रतिमा, दो बार बीच में टूटे पत्थर

छठ मैया की यह प्रतिमा जयपुर के राज्य सम्मानित कलाकार महावीर भारती और निर्मला ने तैयार की है। कलाकारों के अनुसार, प्रतिमा को मकराना संगमरमर से तराशा गया है। मूर्ति निर्माण की सबसे बड़ी चुनौती 16 टन वजनी उपयुक्त पत्थर खोजना था।

दो बार पत्थर बीच में ही टूट गए, तीसरे प्रयास में 8-8 टन के दो ब्लॉक्स पर बारीकी से नक्काशी कर यह प्रतिमा तैयार की गई। इतने बड़े संगमरमर पर नक्काशी करना कठिन था। हर रेखा पर ध्यान देना पड़ा ताकि कहीं दरार न पड़े। तीसरे प्रयास में ही मां की प्रतिमा पूर्ण रूप में आकार ले सकी।

भोपाल के लिंक रोड नंबर 3 स्थित 5 नंबर छठ घाट पार्क में प्रदेश का पहला छठ मैया मंदिर बनकर तैयार हो गया है।

सूर्य देव के रथ पर आरूढ़ स्वरूप

यह प्रतिमा 6 फीट लंबी, 4 फीट चौड़ी और 5 फीट ऊंची है। इसे सूर्य देव के रथ पर आरूढ़ छठ मैया के स्वरूप में उकेरा गया है, जिसमें सात घोड़े और रथ का रूप विशेष आकर्षण है। निर्माण कार्य में 10 से अधिक कलाकारों ने तीन महीने तक लगातार काम किया। भोजपुरी समाज के सहयोग से मूर्ति निर्माण में लगभग 4.5 लाख रुपए का खर्च आया।

प्रतिमा 6 फीट लंबी, 4 फीट चौड़ी और 5 फीट ऊंची है। इसे सूर्य देव के रथ पर आरूढ़ छठ मैया के स्वरूप में उकेरा गया है।

प्रतिमा 6 फीट लंबी, 4 फीट चौड़ी और 5 फीट ऊंची है। इसे सूर्य देव के रथ पर आरूढ़ छठ मैया के स्वरूप में उकेरा गया है।

पहली बार मिला छठ मैया को स्वरूप भोजपुरी भाषी विकास संघ के अध्यक्ष प्रेम नारायण उर्फ लक्ष्मण गिरी ने बताया कि यह मंदिर न केवल भोपाल, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आस्था और गर्व का केंद्र बनेगा। छठ माई का मंदिर यूपी-बिहार से शुरू हुई परंपरा का प्रतीक है। अब यह पर्व विश्व स्तर पर मनाया जा रहा है। छठ मैया की पूजा निराकार रूप में होती है, लेकिन हमने पहली बार उन्हें सूर्य भगवान के स्वरूप में एक आकार दिया है। उन्होंने बताया कि यह मंदिर देश का चौथा छठ मैया मंदिर है। इससे पहले दो बिहार में और एक झारखंड के रांची में स्थापित हैं।

काम करने वाले कलाकारों ने बताया जब हमने 2022 में इस मंदिर की नींव रखी थी, तब कई कठिनाइयां आईं। दो बार पत्थर टूट जाने से काम रुक गया, लेकिन मां की कृपा से तीसरे प्रयास में यह प्रतिमा पूर्ण हुई। समाज के सभी लोगों ने आर्थिक सहयोग दिया। कलाकार जयपुर के थे और मकराना संगमरमर का उपयोग किया गया है।

मंदिर का लोकार्पण समारोह आज

भोजपुरी भाषी विकास संघ द्वारा 27 अक्टूबर को मंदिर का लोकार्पण समारोह आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में भोपाल महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, जिला अध्यक्ष रविंद्र यति और पार्षद गुड्डू चौहान सहित कई गणमान्य अतिथि शामिल होंगे।

लक्ष्मण गिरी ने बताया ये छठ माई का मंदिर खास है। यूपी-बिहार से शुरू हुई छठ की परंपरा अब पूरे भारत और विदेशों में फैली है। भोपाल में यह मंदिर पूरे विश्व में चौथे नंबर पर है। हमने पहली बार छठ माई को एक स्वरूप दिया है, जो सूर्य भगवान के रूप में है। पत्थर कई बार टूटे, दिक्कतें आईं, लेकिन मां की कृपा से आज मंदिर बनकर तैयार है। समाज के सहयोग से इसे पूरा किया गया है।

भोजपुरी भाषी विकास संघ करवा रहा निर्माण।

भोजपुरी भाषी विकास संघ करवा रहा निर्माण।



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