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PFI News: NIA ने PFI की 977 लोगों की हिट लिस्ट का खुलासा किया, जिसमें जज, एक्टिविस्ट और राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल थे. PFI का अलुवा कैंपस हथियारों की ट्रेनिंग का केंद्र था. PFI पर 5 साल का प्रतिबंध है.
एनआईए ने पीएफआई के बारे में बड़ा खुलासा किया है.
हाइलाइट्स
- NIA ने PFI की 977 लोगों की हिट लिस्ट का खुलासा किया.
- PFI का अलुवा कैंपस हथियारों की ट्रेनिंग का केंद्र था.
- PFI पर 5 साल का प्रतिबंध लगाया गया है.
नीतू रघुकुमार
रिपोर्ट के मुताबिक NIA ने कई हिट लिस्ट बरामद कीं, जो PFI की साजिश की गंभीरता को दर्शाती हैं. एक हिट लिस्ट में 240 लोगों के नाम थे जो PFI की तथाकथित रिपोर्टर विंग के सदस्य सिराजुद्दीन के पास से मिली. इस सूची में एक पूर्व जिला जज का नाम भी शामिल था. इसके अलावा फरार आरोपी अयूब टीए के घर की तलाशी में 500 लोगों की एक और हिट लिस्ट मिली. PFI की ‘रिपोर्टर विंग’ ने निशाने पर आए लोगों की व्यक्तिगत जानकारी जुटाई थी, जिसे हिट लिस्ट में शामिल किया गया. इन दस्तावेजों से साफ होता है कि PFI का इरादा समाज के प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाकर दहशत फैलाना था.
पेरियार वैली कैंपस हथियारों की ट्रेनिंग का केंद्र था
NIA की जांच में यह भी सामने आया कि PFI ने अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) जैसे संगठनों का इस्तेमाल किया. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने PFI और SDPI के बीच वित्तीय संबंधों का खुलासा किया, जिसमें आतंकी गतिविधियों के लिए 62 करोड़ रुपये से ज्यादा की फंडिंग का जिक्र था. SDPI के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी को PFI के साथ मिलकर अवैध फंडिंग और सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यह खुलासा केरल की सियासत में भी हलचल मचा सकता है.
X पर कई पोस्ट्स में दावा किया गया कि PFI की हिट लिस्ट में 950 से 972 लोगों के नाम थे और इसमें एक पूर्व हाईकोर्ट जज भी शामिल था. हालांकि, न्यूज18 इंडिया की रिपोर्ट 977 नामों की पुष्टि करती है. यह मामला इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि PFI केरल में सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर प्रभाव डालने की कोशिश कर रहा था. NIA ने अदालत में कहा कि आरोपियों को जमानत देना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि साक्ष्य उनकी साजिश की गंभीरता को दर्शाते हैं.

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें