Benefits of Shani Mantra: शनिदेव भगवान सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र हैं. मान्यता है कि शनिदेव का स्वभाव कठोर और न्यायप्रिय है. वे अच्छे कर्म का फल भी देते हैं और बुरे कर्म का दंड भी. इसी वजह से उन्हें न्याय का देवता और कर्म फलदाता कहा जाता है.
शनिदेव की पूजा और नामों का महत्व
जो भक्त शनिदेव की सच्चे मन से पूजा करते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. माना जाता है कि शनिदेव की कृपा से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और कार्यों में सफलता मिलती है. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनके विशेष नामों का जाप बेहद शुभ माना जाता है. इन नामों का नियमित जाप करने से मानसिक शांति, स्वास्थ्य, धन-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है.
शनिदेव के कई रूप हैं, जिनमें उनके शांत और न्यायप्रिय स्वभाव वाले रूप शामिल हैं. उनके कुछ नामों से उनके विभिन्न रूपों का पता चलता है, जैसे: शनैश्चर (धीरे-धीरे चलने वाले), रौद्रान्तक (रौद्र और न्यायप्रिय रूप), मन्द (शांत और गहन स्वभाव वाले), और नीलवर्ण (काले या नीले रंग के रूप वाले). वे शनिदेव के 108 नामों में भी हैं, जिनमें शांत, सर्वेश, सौम्य, घन, और वज्रदेह जैसे अन्य रूप भी शामिल हैं.
शनिदेव के दस रूप (नाम)
1. कोणस्थ : यह नाम शनिदेव की शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है.
2. पिंगल : शनिदेव के सौम्य और शांत रूप का प्रतीक.
3. बभ्रु : भक्ति, तपस्या और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतिनिधि.
4. कृष्ण : अद्भुत तेज, बल और दिव्यता का संकेत.
5. रौद्रान्तक : शनिदेव के रौद्र रूप और न्यायप्रियता का प्रतीक.
6. यम : शनिदेव को यमराज का भाई कहा जाता है.
7. सौरि : सूर्यपुत्र के रूप में उनकी पहचान.
8. शनैश्चर : शनिदेव के स्थिर, शांत और प्रभावशाली स्वरूप का नाम.
9. मंद : शांत, गंभीर और धैर्यवान स्वभाव का परिचय.
10. शनि : शनिदेव का मूल और शक्तिशाली नाम. जो सभी कष्टों का नाश करता है.
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करना अत्यंत शुभ होता है. सरसों के तेल का दीपक जलाकर प्रार्थना करें. सुबह और शाम 108 बार शनिदेव के नामों का जाप करें. नियमित जाप करने से शनिदेव जल्दी प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं.
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