UAE Golden Visa Rules: संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने गोल्डन वीजा के लिए नियमों को पहले के मुकाबले आसान बना दिया है. जहां पहले गोल्डन वीजा के लिए यूएई में प्रॉपर्टी खरीदनी पड़ती थी या भारी-भरकम निवेश करना पड़ता था. वहीं अब नए नियम के तहत करीब 23.30 लाख का फीस भरकर ही दुबई में लाइफटाइम के लिए रह सकते हैं. जबकि पहले इसके लिए 4 करोड़ रुपये का निवेश करना जरूरी था.
गोल्डन वीजा क्या है?
2019 में यूएई में इसकी शुरुआत की गई थी. इसे लॉन्ग स्टे वीजा या गोल्डन वीजा के नाम से जाना जाता था. जहां पहले यह वीजा इंवेस्टर्स, बिजनेसमैन और स्टूडेंट्स तक ही शामिल था. वहीं, अब इसमें स्कूल टीचर, हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स, यूट्यूबर्स को भी शामिल किया गया है. दिलचस्प बात तो यह है कि इसमें कंटेंट क्रिएटर, यूट्यूबर, पॉडकास्टर और यहां तक कि 25 साल से ज्यादा उम्र के सर्टिफाइड ई-स्पोर्ट्स खिलाड़ी भी शामिल हैं. गोल्डन वीजा के नए नियम के मुताबिक, अब दुबई में लंबे समय तक या लाइफटाइम रहने के लिए प्रॉपर्टी या बिजनेस में निवेश की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब इस नॉमिनेशन बेस्ड वीजा पॉलिसी के तहत एकमुश्त 100,000 AED यानी कि भारतीय करेंसी में 23.3 लाख देकर ही आवेदक गोल्डन वीजा हासिल कर सकते हैं.
गोल्डन वीजा के लिए ये सभी कर सकते हैं अप्लाई
अब तो नए नियम के तहत वैज्ञानिक, रिसर्चर, टीचर, 15 साल से अधिक अनुभव वाले नर्स, बिजनेस प्रोफेश्नल्स, स्टार्ट-अप फाउंडर, यूट्यूबर्स, पॉडकास्टर्स, डिजिटल क्रिएटर्स, मरीन पेशेवर और लग्जरी याट के मालिक, यूनिवर्सिटी फैकल्टी गोल्डन वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जबकि 2019 में जब इसे लॉन्च किया गया तब बिजनेसमैन या बड़े-बड़े इंवेस्टर्स तक ही इसे सीमित रखा गया. फिर 2022 में वीजा के लिए निवेश की राशि को घटाकर गोल्डन वीजा के लिए एलिजिबल होने के लिए कम से कम 2 मिलियन दिरहम (लगभग 4.57 करोड़ रु) कर दिया गया, जो सभी के लिए बस की बात नहीं थी.
कैसे होगा सिलेक्शन?
गोल्डन वीजा के लिए अप्लाई करने वालों की पहले बैकग्राउंड की जांच की जाएगी जैसे कि आवेदक के नाम कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड तो नहीं है, मनी-लॉन्ड्रिंग का कोई मामला तो नहीं है. सोशल मीडिया को भी अच्छे से वेरिफाई किया जाएगा. इसके अलावा, यह भी देखा जाएगा कि वह दुबई की इकोनॉमी या सोसाइटी में किस तरह का कंट्रीब्यूशन दे सकते हैं. सारी जांच पूरी होने के बाद एप्लीकेशन यूएई की सरकार को भेजा जाएगा. अब सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी कि आवेदक नॉमिनेशन-बेस्ड गोल्डन वीजा के लिए योग्य है या नहीं.
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