वॉशिंगटन डीसी2 घंटे पहले
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अमेरिका के अलग-अलग शहरों में शनिवार को हजारों लोगों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ट्रम्प के शासन में देश तेजी से तानाशाही की ओर बढ़ रहा है।
आयोजकों के मुताबिक देशभर में 2600 से ज्यादा जगहों पर रैलियां हुईं। इससे पहले जून में हुए पहली ‘नो किंग्स’ प्रदर्शन के दौरान लगभग 2100 जगह रैलियां निकाली गई थीं।
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर, बोस्टन, अटलांटा और शिकागो के पार्कों में भारी भीड़ जुटी। वॉशिंगटन, लॉस एंजिलिस और कई रिपब्लिकन शासित राज्यों में भी लोग सड़कों पर उतरे। रिपब्लिकन पार्टी ने इन प्रदर्शनों को हेट अमेरिका रैली (अमेरिका से नफरत करने वाले प्रदर्शन) करार दिया।
नो किंग्स प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरें

कैलिफोर्निया राज्य के सैन फ्रांसिस्को सिटी हॉल के सामने शनिवार को हजारों लोग ट्रम्प के खिलाफ प्रदर्शनों में शामिल हुए।

कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस में नो किंग्स प्रदर्शनों के दौरान हजारों लोग तख्तियां लेकर शामिल हुए।

ओरेगन के पोर्टलैंड में ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ एक व्यक्ति चमकीले गुलाबी और नीले रंग का एनीमल कॉस्ट्यूम पहनकर रैली में शामिल हुआ।

प्रदर्शनकारी कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में सिटी हॉल के बाहर ट्रम्प की तरह दिखने वाला एक गुब्बारा लेकर पहुंचे।

पोर्टलैंड के ओरेगन में चिकन मैन के नाम से मशहूर जैक डिकिंसन चिकन कॉस्ट्यूम पहनकर शामिल हुए।

टेक्सास के ऑस्टिन में ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ लोगों ने टेक्सास कैपिटल से मार्च निकाला।

लॉस एंजिल्स में प्रदर्शन के दौरान एक शख्स पुलिस वाहन की चपेट में आ गया। पुलिसकर्मियों ने युवक की मौके पर मदद की।
ट्रम्प के कार्यकाल में तीसरा बड़ा विरोध प्रदर्शन
राष्ट्रपति ट्रम्प के कार्यकाल में हुआ यह तीसरा बड़ा प्रदर्शन है। खास बात यह है कि इस वक्त अमेरिका में शट[डाउन लगा हुआ है। कई सरकारी सेवाएं ठप हैं। ट्रम्प प्रशासन के ताकतवर रवैये को लेकर संसद और न्यायपालिका के साथ टकराव बढ़ गया है।
ट्रम्प वीक एंड पर अपने फ्लोरिडा स्थित घर मार-ए-लागो में थे। एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा,
वे मुझे राजा कह रहे हैं, लेकिन मैं कोई राजा नहीं हूं।

बाद में उनकी सोशल मीडिया टीम ने एक वीडियो जारी किया जिसमें ट्रम्प को राजा के रूप में दिखाया गया था।
ट्रम्प के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने नाराजगी जताई
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने लोकतंत्र, न्याय और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। ह्यूस्टन में अमेरिकी मरीन कोर के पूर्व सैनिक डैनियल गेमेज ने कहा, “मैं समझ नहीं पा रहा कि देश में अभी क्या हो रहा है।”
इंडिविजिबल संगठन की को-फाउंडर लिया ग्रीनबर्ग ने कहा,
शांति से विरोध जताना और यह कहना कि हमारे पास कोई राजा नहीं है, यही अमेरिकी लोकतंत्र की पहचान है।

न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि कोई गिरफ्तारियां नहीं हुईं, जबकि पूरे शहर में 1 लाख से अधिक लोग शामिल थे। बोस्टन, फिलाडेल्फिया, अटलांटा, डेनवर, शिकागो और सिएटल में भी हजारों लोग इकट्ठा हुए।
लॉस एंजिलिस के आसपास दर्जनों रैलियां हुईं। सिएटल में लोग शहर के स्पेस नीडल के पास एक मील लंबी परेड में शामिल हुए। सैन डिएगो में 25,000 से अधिक लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हुए।

