IMD Weather Today Live: इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने जमकर भिगोया है. बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक में लगातार नया सिस्टम डेवलप होने की वजह से मानसून को लगातार रफ्तार मिलती रही है. उच्च पवर्तीय राज्यों समेत उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में भी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. जम्मू-कश्मीर के खासतौर पर जम्मू संभाग में मूसलाधार बारिश से व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है. फ्लैश फ्लड में घर-मकान, सड़कें सबकुछ तबाह हो गया. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी मानसूनी बारिश से जानमाल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. वहीं, पंजाब में तज बरसात से उफनाई नदियां अपनी सीमाओं को तोड़कर खेत-खलिहान और घरों तक पहुंच गईं. फसलों से लेकर घरों तक की बर्बादी हुई है. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में भी लगातार बारिश हो रही है, जिस वजह से जगह-जगह जलभराव की समस्या गहरा गई है. लोगों को ट्रैफिक जाम में घंटों तक फंसे रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है और अगले 24 घंटों में इसी क्षेत्र में इसके और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों परको अत्यंत भारी वर्षा के साथ उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 2 दिनों तक भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कुछ स्थानों पर तेज बारिश की संभावना है. इसके साथ पूर्वी भारत में अगले 2 दिनों तक भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र में 5 सितंबर तक भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है, जबकि गुजरात में कुछ स्थानों पर 4-6 सितंबर के दौरान और सौराष्ट्र और कच्छ में कुछ स्थानों पर 6 और 7 सितंबर, 2025 को अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है.
दिल्ली में 3 सितंबर को भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के मुताबिक बारिश का दौर फिलहाल अभी एक सप्ताह तक जारी रहेगा -:
- उत्तर प्रदेश में अलीगढ़, मथुरा, आगरा, औरैया मेरठ, बागपत, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, ज्योतिबाफुले नगर, संभल, बदायूं, एटा, महामायानगर, इटावा में भारी बारिश की चेतावनी है. लोगों को इस दौरान सुरक्षित रहने की अपील की गई है.
- बिहार में पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, खगड़िया और बेगूसराय में लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है.
- उत्तराखंड में देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, उधम सिंह नगर, चंपावत, टिहरी गढ़वाल, बागेश्वर, चमोली, पिथौड़ागढ़, रुद्रप्रयाग में मूसलाधार बारिश, लोगों से बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है.
- हिमाचल प्रदेश में मंडी, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, सिरमौर और किन्नौर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. लोगों से इस दौरान सावधानी बरतने को कहा गया है. अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
- मध्य प्रदेश में 10 से अधिक जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें होशंगाबाद, हरदा, बालाघाट, बैतूल, छिंदवाड़ा, खंडवा, देवास, उज्जैन, शा्जापुर, नरसिंहपुर, सिवनी शामिल हैं.
- राजस्थान में फिर से मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है. जिन जिलों के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है, उनमें झालावाड़, प्रतापगढ़, बारन, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, कोटा शामिल हैं.
चक्रवाती सिस्टम एक्टिव
हरियाणा और राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है. मानसून ट्रफ दिल्ली के नज़दीक आकर बीकानेर, चूरू, गुना और आगे पूर्व की ओर गुजर रही है. पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों से होते हुए उत्तरी मैदानी इलाकों के मानसून सिस्टम से टकरा रहा है. इस बीच बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक नया लो-प्रेशर क्षेत्र बना है, जो जल्द ही ओडिशा से होते हुए छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात की ओर बढ़ेगा. मानसून ट्रफ राजधानी के पास बनी रहेगी, जिससे मध्यम बारिश और गरज-चमक की संभावना है. कुछ इलाकों में भारी बारिश की एक-दो बौछारें हो सकती हैं. हालांकि, जैसे ही बंगाल की खाड़ी का लो-प्रेशर क्षेत्र भूमि पर आकर पश्चिम की ओर बढ़ेगा, ट्रफ दक्षिण की ओर खिसक जाएगी और 4 सितंबर के बाद दिल्ली-एनसीआर में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी. आने वाले सप्ताहांत और अगले हफ्ते की शुरुआत में केवल हल्की बारिश होगी और उसके बाद दिन के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी.

