बिहार सरकार कोरोना को लेकर पूरी तरह सतर्क हो गई है। संक्रमण की संभावित लहर से पहले राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। शनिवार को पूरे राज्य के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर मॉक ड्रिल पूर्व अभ्यास
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LNJP में हुए मॉक ड्रिल में ये देखा गया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट समय पर और ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति मरीजों तक सुचारू रूप से हो रही है या नहीं। सिलेंडर और बैकअप यूनिट उपलब्ध हैं या नहीं। तकनीकी और स्वास्थ्यकर्मी किसी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं या नहीं।
ऑक्सीजन प्लांट, पाइपलाइन, सिलेंडर और बैकअप सिस्टम की जांच की गई।
सभी अस्पताल को दी गई कोविड गाइडेंस
एलएनजेपी के निदेशक सुभाष चंद्र ने बताया, ‘हम हर रोज सुबह में अपना ऑक्सीजन प्लांट चलाते हैं। साथ ही हमारे पास ऑक्सीजन सिलेंडर का बैकअप भी है। कोविड अलर्टनेस है, तो हम लोग भी तैयार हैं, कोई भी मरीज आएगा तो उसकी हम जांच करते हैं’।
‘अगर पॉजिटिव है तो उसको इंस्ट्रक्शन भी देते हैं। अगर ज्यादा सीरियस होता है तो उसे एनएमसीएच या पीएमसीएच के डेडिकेटेड कोविड सेंटर में भेजते हैं। हमें इस बात का भी इंस्ट्रक्शन आया है कि कोई भी कोविड पेशेंट अगर आता है तो उसकी सूचना तुरंत दें’।
राज्य स्वास्थ्य समिति ने दिया था अस्पताल-कॉलेजों को निर्देश
राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिया था कि वे अपने-अपने अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट, पाइपलाइन, सिलेंडर और बैकअप सिस्टम की पूरी जांच करें। यह देखा जा रहा है कि क्या सभी व्यवस्था सुचारू रूप से काम कर रही है या नहीं।
पटना में कोरोना के नए मामले
पटना में शुक्रवार को कोविड के 7 नए मामले सामने आए हैं, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। पटना के सिविल सर्जन की जानकारी के अनुसार एनएमसीएच (NMCH) में 4 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। निजी लैब में जांच के दौरान 3 और मरीज संक्रमित मिले हैं।
संक्रमित मरीजों में एक-एक कंकड़बाग, अगमकुआं, और RPS मोड़ इलाके से हैं, जबकि बाकी मरीज शहर के अन्य हिस्सों से मिले हैं। शुक्रवार को कुल 26 लोगों के सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें से 7 पॉजिटिव पाए गए। अब तक पटना में कुल 17 कोविड संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।

LNJP में मॉक ड्रिल के दौरान देखा गया बैकअप सिस्टम।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी और अपील
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने अस्पतालों की तैयारियों को लेकर गंभीरता दिखाई है। विभाग की ओर से साफ कहा गया है कि यह मॉक ड्रिल सिर्फ एक अभ्यास है ताकि किसी भी संभावित आपात स्थिति में अस्पताल और स्वास्थ्यकर्मी तैयार रहें।
जनता से भी अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन सतर्कता जरूर बरतें। भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें, हाथों की सफाई करें और अगर कोई लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं।