Monday, June 23, 2025
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क्या AAP’ के लिए हार्दिक पटेल साबित होंगे गोपाल इटालिया, किसकी एनर्जी लौट आई?


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Visavadar Bypoll Results 2025: गुजरात में आम आदमी पार्टी की जीत के मायने क्या हैं? क्या गुजरात की राजनीति में विसावदर का नतीजा सौराष्ट्र के पाटीदार वोटरों के मूड को दर्शाता है? क्या गोपाल इटालिया दूसरे हार्दिक …और पढ़ें

गुजरात में आम आदमी पार्टी की जीत किसके लिए खतरे की घंटी?

हाइलाइट्स

  • आम आदमी पार्टी ने गुजरात में लहराया परचम.
  • कांग्रेस ने नितिन रणपरिया को मैदान में उतारा था.
  • क्या कांग्रेस गुजरात से अब हो जाएगी साफ?

Visavadar Bypoll Results 2025: देश के 4 राज्यों की 5 विधानसभा सीटों के नतीजे लगभग आ गए हैं. इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब से लेकर गुजरात तक परचम लहराया है. अरविंद केजरीवाल की पार्टी ‘आप’ ने दो सीटें जीतकर फिर से रंग में लौट आई है. पंजाब की लुधियाना वेस्ट और गुजरात की विदासवर सीट ‘आप’ कैंडिडेट ने जीत ली है. आम आदमी पार्टी ने विसावदर सीट दूसरी बार जीत कर राज्य में अपने दबदबे को फिर से कायम किया है. यह उपचुनाव गुजरात की सियासत में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म है कि क्या पटेल समुदाय से आने वाले गोपाल इटालिया गुजरात के दूसरे हार्दिक पटेल साबित होंगे? क्या गुजरात में आम आदमी पार्टी अब कांग्रेस का विकल्प बनने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है?

बता दें कि गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट पर इसलिए उपचुनाव हुआ क्योंकि ‘आप’ विधायक भूपेंद्र भयानि ने दिसंबर 2023 में MLA पद और पार्टी की सदस्यता त्याग दी थी. इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे. विसावदर विधानसभा सीट जूनागढ़ जिले के अंतगर्त एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है. भायानी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के हर्षद रिबादिया को 7,063 वोटों के अंतर से हराया था. उनके दल-बदल के कारण यह सीट खाली हो गई, जिसके चलते 19 जून 2025 को उपचुनाव कराया गया.

क्या गुजरात में आप बनेगी दूसरी शक्ति?

अब उपचुनाव के नतीजे से अरविंद केजरीवाल काफी उत्साहित हैं. गुजरात की राजनीति में विसावदर का नतीजा न केवल सौराष्ट्र के पाटीदार वोटरों के मूड को दर्शाता है, बल्कि गुजरात में ‘आप’ की बढ़ती चुनौती को भी दर्शाता है. गुजरात में कांग्रेस की कमजोर स्थिति बता रहा है कि राज्य की राजनीति में नए समीकरण बन रहे हैं. यह उपचुनाव 2027 के लिए एक शुरुआती संदेश है कि जनता बदलाव के लिए तैयार है.

विसावदर उपचुनाव में राज्य की तीन प्रमुख पार्टियां भाजपा, आप और कांग्रेस सहित कुल 16 प्रत्याशी मैदान में थे. भाजपा ने कीरीट पटेल को मैदान में उतारा. कीरीट पटेल जूनागढ़ भाजपा के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं और स्थानीय स्तर पर एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं. पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल और गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी जैसे दिग्गजों को प्रचार में उतारा. वहीं आम आदमी पार्टी ने गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा. इटालिया आप की गुजरात इकाई के पूर्व अध्यक्ष हैं और एक युवा, आक्रामक नेता के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने गुजरात पुलिस में कांस्टेबल के रूप में काम किया है, जो उनकी जमीनी छवि को मजबूत करता है. वे पाटीदार समुदाय से हैं और किसान मुद्दों पर मुखर रहे हैं.

कांग्रेस गुजरात से भी हो जाएगा साफ?

वहीं, कांग्रेस ने नितिन रणपरिया को मैदान में उतारा था.नितिन रणपरिया स्थानीय स्तर पर सक्रिय हैं और कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने का दावा करते हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर आप के साथ गठबंधन नहीं किया, क्योंकि आप ने बिना चर्चा के इटालिया को उम्मीदवार घोषित कर दिया था. लेकिन कांग्रेस का गुजरात में कमजोर संगठन और वोटर बेस ने उनके लिए मुश्किलें बढ़ाईं.

आप की इस जीत से गुजरात में पार्टी का मनोबल बढ़ सकता है. 2022 में केवल 5 सीटें जीतने वाली आप के लिए यह जीत उनकी उपस्थिति को मजबूत करेगी, खासकर सौराष्ट्र क्षेत्र में. यह जीत आप को 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पाटीदार और किसान वोटरों के बीच मजबूत करने में मदद कर सकती है. इटालिया की जीत आप के दल-बदल विरोधी रुख को भी मजबूत करेगी, क्योंकि उन्होंने भायानी के भाजपा में जाने को मुद्दा बनाया था. हालांकि, भाजपा, जो 182 में से 161 सीटों के साथ गुजरात में प्रभुत्व रखती है, के लिए यह हार एक झटका होगी. विसावदर में 2007 से जीत न मिलने के बावजूद, पार्टी ने इस बार जीत की उम्मीद की थी.

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रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा…और पढ़ें

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा… और पढ़ें

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