ये सभी आभूषण भक्तों द्वारा दान किए गए हैं। इस साल भी गणेशजी को 6 फुट लंबा, 1 किलो सोने-चांदी का हार दान किया गया है।
देश में बुधवार को गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है। महाराष्ट्र में तो हर गली-मोहल्ला गणपति बप्पा की भव्य झांकियों और पंडालों से सज गया है। वहीं, गुजरात के सूरत में एक गणेशजी की अद्भुत प्रतिमा और उसकी भव्य सजावट हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है।
.
भगवान गणेश की यह प्रतिमा सूरत के महिधरपुरा इलाके में दलिया स्ट्रीट पर विराजित है। यहां स्थापित होने वाले गणेशजी को गुजरात के सबसे अमीर गणेशजी के रूप में पहचाना जाता है। क्योंकि, यहां गणेश प्रतिमा का का 25 किलो सोने-चांदी और हीरेजड़ित आभूषणों से श्रृंगार किया जाता है।
गणेशजी के ये आभूषण साल भर तिजोरी में सुरक्षित रहते हैं। और सिरफ गणेश उत्सव के दौरान ही इन्हें बाहर निकाला जाता है। ये सभी आभूषण भक्तों द्वारा दान किए गए हैं। इस साल भी गणेशजी को 6 फुट लंबा, 1 किलो सोने-चांदी का हार दान किया गया है, जो अब उनके आभूषणों संग्रह में शामिल हो गया है।
गणेशजी की तीन तस्वीरें….


अमेरिकन डायमंड जड़ित मूर्ति भी आकर्षण का केंद्र इस बार गणेश जी के श्रृंगार में एक लाख अमेरिकन डायमंड जड़ित चांदी के पत्ते के आकार की मूर्ति भी विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके अलावा 7 किलो वजनी चांदी का मूषकराज भी चर्चा में है। भक्तों को 24 घंटे श्रीजी के दर्शन हो सकें, इसके लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाई गई है। इस एप्लिकेशन से भक्त घर बैठे गणेशजी के लाइव दर्शन कर सकते हैं।
32 लाख से ज्यादा के आभूषणों से सुसज्जित इन सभी आभूषणों की कुल कीमत 32 लाख से ज्यादा आंकी गई है। लेकिन ये भक्तों द्वारा दान किए गए हैं। इसलिए इनकी वास्तविक कीमत का अंदाजा लगाना मुश्किल है। इतनी कीमती वस्तुओं के कारण, गणेश जी की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम भी किए गए हैं।

डायमंड जड़ित चांदी के पत्ते के आकार की मूर्ति भी रथ में सवार कर लाई गई।
50 सीसीटीवी कैमरे, 300 स्वयंसेवक तैनात रहेंगे गणेशजी के आभूषणों की सुरक्षा के लिए 300 से ज्यादा स्वयंसेवक तीन शिफ्टों में 24 घंटे तैनात रहेंगे। इसके अलावा, पंडाल और उसके परिसर के आसपास मुख्य मार्गों पर 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। पुलिस की दो गाड़ियां भी लगातार राउंड लगाती रहेंगी। ये सारे सुरक्षा इंतजाम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए किए गए हैं।
गुजरात समेत तीन राज्यों से आते हैं भक्त आयोजक हार्दिक पटेल ने बताया कि महिधरपुरा दलिया स्ट्रीट पर विराजमान ये गणेशजी 1972 से शहर के सबसे पुराने और सबसे अमीर गणेशजी के रूप में जाने जाते हैं। भक्तों की इनमें अटूट आस्था है। गुजरात ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों से भी भक्त विशेष रूप से श्री गणेशजी के दर्शन के लिए सूरत आते हैं।
लगभग 5 लाख भक्त आते हैं दर्शन करने हर साल इस पंडाल में लगभग 5 लाख दर्शनार्थी आते हैं और इस साल 6 लाख से ज्यादा दर्शनार्थियों के आने की उम्मीद है। ‘सूरत के राजा’ के रूप में विख्यात, यह गणेश प्रतिमा 52 वर्षों से भव्य प्रकाश व्यवस्था और सजावट वाले एक महल जैसे मंडप में विराजित की जाती है।
——————————————————-
गणेश चतुर्ती से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
उदयपुर के पाला गणेशजी ने पहनी मेवाड़ी पगड़ी:बोहरा गणेशजी का 21 किलो सोने से श्रृंगार; एक किमी तक लगी भक्तों की कतार

उदयपुर में गणेश चतुर्थी का त्योहार पर प्राचीन बोहरा गणेश जी मंदिर में अलसुबह से भक्तों की लंबी कतार लगी है। जिसमें महिला और पुरुषों की अलग-अलग लाइन है। यहां भी मेला भराया गया है। जिसमें साजो-सामान सहित पूजन सामग्री आदि की स्टॉल्स लगी हैं। पूरी खबर पढ़ें…
श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर; सूर्य की पहली किरण करती है गणेशजी के चरणों का मंगल अभिषेक

भाद्रपद की चतुर्थी बुधवार को है। हर तरफ गणपति बप्पा मोरिया की गूंज सुनाई देने वाली है। गणपति के पंडाल सजने वाले हैं। गणपति मंदिरों में भक्तों का दस दिन तक उल्लास छाएगा। बप्पा का यह दस दिवसीय उत्सव गणेश चतुर्थी बुधवार से शुरू होगा। पूरी खबर पढ़ें…

