नागौर में मंगलवार को आयोजित जनआक्रोश रैली में हजारों की संख्या में ग्रामीण व किसान जुटे। रैली के जरिए जिला प्रशासन को 20 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें किसानों, मजदूरों, युवाओं और आम जनता से जुड़े मुद्दों का अविलम्ब समाधान मांगा गया। रैली के बाद यह
.
थार एक्सप्रेस-वे के सर्वे में पारदर्शिता नहीं होने का आरोप लगाया। इसके साथ ही एसपी नारायण टोगस के 29 साल पुराने एक मामले को मंच के माध्यम से उजागर किया। सभा में बताया कि 1996 की पाली जिले के कालू थाना में एसपी नारायण टोगस (तत्कालीन सहायक अध्यापक बलूंदा) के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसको लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एसपी के खिलाफ जांच करने की मांग की है।
रैली को लेकर पुलिस और प्रशासन ने सख्त इंतजाम किए हैं। कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है। यह आदेश जिला मुख्यालय, सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट, रेलवे तिराहा से कोर्ट परिसर, एसपी ऑफिस होते हुए निकास गेट तक लागू रहा। मानासर से कलेक्ट्रेट तक पूरे दिन सड़क बंद रहने के कारण शहर में सन्नाटा छाया रहा है ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग परेशान हुए। खबर लिखे जाने तक बेनीवाल धरने पर बैठे रहे।
देर रात तक धरने पर बैठे रहे बेनीवाल, बोले- मुद्दों पर संघर्ष जारी रहेगा
सांसद बेनीवाल ने रैली के बाद कई मुद्दों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना देने की बात भी कही है। जन आक्रोश सभा के मंच पर पूर्व विधायक इंदिरा बावरी, पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, विधानसभा चुनाव प्रत्याशी कनिका बेनीवाल सहित बड़ी संख्या में रालोपा के जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी मौजूद रहे। मंच पर सांसद हनुमान बेनीवाल के साथ रालोपा के विभिन्न जनप्रतिनिधियों के साथ बेटा आशुतोष बेनीवाल और बेटी दिया बेनीवाल भी मौजूद रहे। बेनीवाल ने कहा कि हारे का सहारा हनुमान बेनीवाल है। नागौर एसपी के मामले में दिल्ली से जांच करवाऊंगा। अब तो हर दिन आंदोलन होगा, हर दिन सड़कें जाम होंगी।