शन्नू ख़ान | रामपुर2 मिनट पहले
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जाति प्रमाण-पत्र नहीं बनने मेडिकल छात्रा का एडमिशन अटका। पीड़ित ने डीएम से न्याय की मांग की।
रामपुर में एक लेखपाल की कथित मनमानी से मेडिकल छात्रा का भविष्य दांव पर लग गया है। अटल बिहारी बाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में चयनित छात्रा दीक्षा का एक काउंसलिंग का समय निकल गया है। लेखपाल ने जाति प्रमाण पत्र की गलत रिपोर्ट लग दी।
विकास नगर, आगापुर ज्वालानगर के निवासी सतीश चंद्र ने बताया कि उनकी बेटी दीक्षा के लिए जाति प्रमाण पत्र का ऑनलाइन आवेदन किया था। हल्का लेखपाल गौरी शंकर ने बिना जांच के रिपोर्ट लगा दी कि वे इस पते पर नहीं रहते।
सतीश चंद्र पिछले 20 साल से इसी पते पर रह रहे हैं। उन्होंने इसी पते पर 2024 में भी बेटी का जाति प्रमाण पत्र बनवाया था। यूनिवर्सिटी को इसी साल का प्रमाण पत्र चाहिए था।
पीड़ित पिता का आरोप है कि जब वे लेखपाल से मिले, तो उन्होंने 300 रुपए सुविधा शुल्क की मांग की। लेखपाल ने कहा कि खर्च नहीं कर रहे हैं। प्रमाण पत्र जल्दी चाहिए। इस मामले में पीड़ित पिता ने जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई है।