नई दिल्ली. रमेश सिप्पी ‘शोले’ की जबरदस्त सफलता के बाद अपनी अगली फिल्म की तैयारी में थे. सलीम-जावेद ने एक फिल्म की कहानी लिखी, जिसको नाम दिया ‘शान’. इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की जोड़ी को फिर से साथ लाया. हालांकि, इस फिल्म ने कुछ खास कमाल नहीं किया. बॉक्स ऑफिस फिल्म नहीं चली तो रमेश सिप्पी ने एक बार फिर सलीम-जावेद की कहानी के साथ फिल्म बनाने का फैसला किया. ये फिल्म थी ‘शक्ति’ और फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन और दिलीप कुमार जैसे दिग्गजों को चुना गया.
तीन बंदूकधारी ने जब किया किडनैप
’24 सितंबर, 1982 की सुबह, मुशीर आलम काम पर जा रहे थे कि अचानक एक सफेद एंबेसडर कार उनके पास आकर रुकी. कार से तीन बंदूकधारी उतरे और उन्हें जबरन कार में धकेल दिया. उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी गई, लेकिन मुशीर ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने अपने आस-पास की छोटी-छोटी चीजों को याद करने की कोशिश की.
फिल्म शक्ति साल 1982 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली 10 फिल्मों की लिस्ट में शामिल थी.
शोले का पोस्टर और कुरान की आवाज बने सुराग
किडनैपर्स ने मांगी थी 20 लाख रुपये
किडनैपर्स ने मुशीर से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. मुशीर ने अपने एक सहयोगी को फोन किया, जिसने करीब 3 लाख रुपये का इंतजाम किया. पैसे लेने के बाद, किडनैपर्स ने मुशीर को एक चौराहे पर छोड़ दिया.
रमेश सिप्पी की इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और दिलीप कुमार पहली और आखिरी बार नजर आए. फोटो साभार-dilip_kumar_superstar/Instagram
दिलीप कुमार ने उठाया मामला
किडनैपर्स की खुली पोल
क्राइम ब्रांच अधिकारी इसाक बगवान ने अंदाजा लगाया कि मुशीर को नागपाड़ा इलाके की किसी इमारत में ले जाया गया होगा. जब पुलिस वहां पहुंची, तो उन्हें वही कमरा मिला, जिसका जिक्र मुशीर ने किया था. वहां मौजूद लोगों ने बताया कि यह कमरा अमीरजादा-आलमजेब गैंग का है. पुलिस ने जांच जारी रखी और पाया कि इस गैंग ने दाऊद इब्राहिम को मारने की कई कोशिशों में अपने संसाधन खत्म कर लिए थे. इस वजह से उन्हें पैसों की जरूरत थी और उन्होंने मुशीर के एक सहयोगी अहमद सय्यद खान की मदद से उनका किडनैप करवाया.
दिलीप कुमार की जिद्द पर प्रोड्यूसर मुशीर आलम पुलिस के पास पहुंचे थे. फोटो साभार-फेसबुक
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के गठजोड़ उजागर
‘शक्ति’ हुई सुपरहिट
1 अक्टूबर 1982 में फिल्म ‘शक्ति’ रिलीज हुई. फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ दिलीप कुमार की जोड़ी पहली बार स्क्रीन पर साथ नजर आई थी. दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, राखी गुलजार, स्मिता पाटिल, कुलभूषण खरबंदा और अमरीश पुरी मुख्य भूमिकाओं में थे. यह फिल्म साल उस साल की आठवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी. ‘शक्ति’ फिल्म बाद में सुपरहिट हुई. लेकिन इसके निर्माण के दौरान हुई यह घटना आज भी बॉलीवुड के इतिहास में एक रोमांचक किस्से के तौर पर याद की जाती है.