राजस्व मंत्री हेमंत मीणा सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर अजमेर पहुंचे। मंत्री हेमंत मीणा की ओर से कलेक्ट्रेट सभागार में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक के बाद मंत्री मीणा ने फील्ड विजिट कर अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए।
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मंत्री हेमंत मीणा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के माध्यम से कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसी के तहत जब दस्तावेज देखे गए तो अजमेर में 9 डार्क जोन है। पानी की भारी समस्या अजमेर के साथ-साथ राजस्थान में है। इसका निस्तारण अवेयरनेस के माध्यम से होगा। जब तक शासन-प्रशासन और जनता मिल नहीं जाते तब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता।
मंत्री हेमंत मीणा की ओर से कलेक्ट्रेट सभागार में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान को लेकर बैठक आयोजित की गई।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अभियान को चलकर जागरूकता शुरू करने का काम किया है। जिससे कि नीचे तक सामान्य व्यक्ति भी जल किस प्रकार से बचाए, जल का संरक्षण किस प्रकार से करें और प्रकृति का संरक्षण कैसे करें इन सभी कामों को करने के लिए अभियान चलाया है। इन कामों की समीक्षा को लेकर विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की गई है।

बैठक के बाद मंत्री मीणा ने फील्ड विजिट कर अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए।
मंत्री ने कहा कि पूरे राजस्थान में जो यह समस्या है। आने वाली पीढ़ी को क्या देना चाहते हैं शुद्ध जल या अशुद्ध जल? इसे लेकर प्रत्येक जनमानस को सोचना पड़ेगा और इसके लिए तैयार रहना पड़ेगा। आने वाले समय में इसकी पूर्ति के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग की जरूरत पड़ेगी और इस विकराल समस्या को दूर करने का काम किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि पानी की समस्या हर जगह पर है। बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर में 30 साल पहले पानी की भारी समस्या थी। लेकिन आज वहां पर आराम है। लेकिन अपने यहां पहले इतनी समस्या नहीं थी अब बढ़ती जा रही है। इस समस्या को लक्ष्य के तहत दूर करने की जरूरत है।