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कार्य में लापरवाही के चलते स्वास्थ्य विभाग से निलंबित चल रहे कर्मचारियों के संबंध में सीएमएचओ डॉक्टर संजय ऋषिश्वर ने 24 घंटे में संबंधित कर्मचारियों से जवाब मांगा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर ने बताया कि वर्ष 2016 में जब वह डीआईओ पदस्थ रहकर सीएमएचओ के प्रभार में थे तब 10 अक्टूबर 2025 को कार्यालय में पदस्थ एएसओ आईपी गोयल के संबंध में पत्र पर हस्ताक्षर किए। जिस पर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्य प्रदेश के पत्र क्रमांक /3/पं.क./सेल-1/2016/ 1239 दिनांक 28.11.2016 द्वारा तत्कालीन सीएमएचओ डॉ विष्णुकांत खरे से वस्तु स्थिति चाही गई। पत्र के प्रतिउत्तर में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ विष्णुकांत खरे ने 04.01.2017 के पत्र के माध्यम से उक्त पत्र को औचित्यहीन बताते हुए प्रभारी सीएमएचओ को अधिकार न होने का लेख किया।
डॉ संजय ऋषिश्वर ने बताया कि हरमाया श्रीवास्तव निलंबित एएनएम हाल मुकाम नरवर को कार्यालयीन पत्र क्रमांक/3548 दिनांक 11.03.2025 द्वारा आरोप आधार पत्र जारी किया। जिसका उनके द्वारा आज दिनांक तक प्रतिउत्तर नही दिया। जिस पर 24 घंटे में प्रतिउत्तर देने लेख किया है। इसी प्रकार सेवानिवृत एलएचवी जीवन लता गुप्ता का सेवा अभिलेख प्रकरण में पूर्व में ही संबंधित बाबू सूर्यकांत दुबे द्वारा आन लाइन करा दिया और आज 2 जून को उपरोक्त प्रकरण की हार्ड कापी भी पेंशन कार्यालय भेज दी। डॉ ऋषिश्वर ने विभिन्न कार्यवाहियों के चलते निलंबित कर्मचारियों को 24 घंटे में अपने अभ्यावेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।