पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने, जाने-अनजाने में एक ऐसी कबीलाई और लुटेरी मानसिकता की तरफ इशारा किया है जिसका शिकार पाकिस्तान अपने जन्म से रहा है। मुझे ऐसा लगता है, साथियों, कि हमें पाकिस्तानी सेना के इस भ्रम को तोड़ना होगा। ‘Operation Sindoor’ के चलते तो वैसे, उनके मन में यह भ्रम उत्पन्न होना भी नहीं चाहिए था। पर हमें यह ensure करना होगा कि भारत की समृद्धि, हमारी संस्कृति और हमारी economic prosperity के साथ-साथ, हमारी रक्षा क्षमता और अपने राष्ट्रीय सम्मान के लिए, लड़ने की भावना भी उतनी ही सशक्त बनी रहे। हमें यह ensure करना होगा, कि हमारी सभ्यता में, हमारे राष्ट्र में, वह fighting spirit भी जिंदा रहे
पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने, जाने-अनजाने में एक ऐसी कबीलाई और लुटेरी मानसिकता की तरफ इशारा किया है जिसका शिकार पाकिस्तान अपने जन्म से रहा है। मुझे ऐसा लगता है, साथियों, कि हमें पाकिस्तानी सेना के इस भ्रम को तोड़ना होगा।
‘Operation Sindoor’ के चलते तो वैसे, उनके मन में यह भ्रम उत्पन्न होना भी नहीं चाहिए था। पर हमें यह ensure करना होगा कि भारत की समृद्धि, हमारी संस्कृति और हमारी economic prosperity के साथ-साथ, हमारी रक्षा क्षमता और अपने राष्ट्रीय सम्मान के लिए
हाल ही में, पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर अपने बयान पर पाकिस्तान के अंदर भी और पूरी दुनिया में, खूब ट्रोल हुए। सबने यही कहा, कि अगर दो देश एक साथ आज़ाद हुए, और एक देश ने कड़ी मेहनत, सही नीतियों और दूरदृष्टि से, Ferrari जैसी अर्थव्यवस्था बनाई, और दूसरा अभी भी डंपर की स्थिति में है, तो यह उनकी अपनी नाकामी है। मैं असीम मुनीर के इस बयान को एक Confession के रूप में भी देखता हूँ

