जनपद संत कबीर नगर में पुलिस अधीक्षक श्री संदीप कुमार मीना के निर्देशन में संचालित ‘साथ-साथ’ कार्यक्रम (टूटते परिवारों को जोड़ने की एक सकारात्मक पहल) के अंतर्गत दिनांक 20 जुलाई 2025 को दो अलग-अलग स्थलों पर कुल 07 पारिवारिक मामलों का शांतिपूर्ण समाधान किया गया। यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता, पारिवारिक स्थिरता एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
स्थल 1: पिंक बूथ – थाना कोतवाली खलीलाबाद
कार्यक्रम का संचालन पिंक बूथ प्रभारी सुश्री अंजली सरोज की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर परामर्श केंद्र में नियुक्त सदस्य श्री रिफातुल्लाह अंसारी, श्री प्रमोद त्रिपाठी एवं श्रीमती सुनीता गौतम भी उपस्थित रहे।
प्राप्त तीन मामलों का विवरण:
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थाना सहजनवा, जनपद गोरखपुर
पति-पत्नी के मध्य विवाद के कारण संबंध विच्छेद की स्थिति बनी हुई थी, जिसे संवाद व समझाइश से सुलझा लिया गया। -
थाना बखिरा (संत कबीर नगर) एवं फरेन्दा (गोरखपुर)
दोनों पक्षों के मध्य लंबे समय से पारिवारिक विवाद चला आ रहा था, जो अब आपसी सहमति से समाप्त किया गया। -
थाना कोतवाली खलीलाबाद, संत कबीर नगर
आपसी मतभेदों के चलते अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसे सफलतापूर्वक समझौते के माध्यम से सुलझाया गया।
स्थल 2: परिवार परामर्श केंद्र – महिला थाना, संत कबीर नगर
कार्यक्रम का संचालन थानाध्यक्ष महिला थाना श्रीमती पूनम मौर्या एवं नियुक्त परामर्शदाता श्री रिफातुल्लाह अंसारी की अध्यक्षता में किया गया।
प्राप्त चार मामलों का विवरण:
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थाना धनघटा – पति-पत्नी के बीच विवाद के कारण संबंध टूटने की कगार पर था। संवाद व सहयोग से मामला सुलझाया गया।
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थाना कोतवाली खलीलाबाद – दो पक्षों के बीच उत्पन्न मतभेदों को शांतिपूर्वक हल कर, आपसी सहमति से समझौता कराया गया।
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थाना खेसरहा एवं बखिरा – पारिवारिक कलह के चलते उत्पन्न विवाद को संवाद के माध्यम से सुलझाया गया।
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थाना दुधारा एवं कोतवाली खलीलाबाद – पति-पत्नी के बीच चल रहे तनाव को परामर्श के ज़रिये समाप्त कर, समझौता संपन्न कराया गया।
प्रमुख बिन्दु :
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कुल 07 पारिवारिक विवादों का शांतिपूर्ण समाधान किया गया।
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सभी मामलों में आपसी सहमति एवं संवाद के माध्यम से सुलह समझौते कराए गए।
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संबंधित पक्षों ने पुनः साथ रहने की सहमति जताई।
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परामर्शदाताओं और पुलिस अधिकारियों की सक्रिय भूमिका से परिवारों को टूटने से बचाया गया।
‘साथ-साथ’ कार्यक्रम न केवल पारिवारिक विवादों के समाधान में सहायक सिद्ध हो रहा है, बल्कि समाज में आपसी संवाद, सहिष्णुता और विश्वास को भी प्रोत्साहित कर रहा है।