शहर की बदहाल सड़कों की स्थिति देखने के लिए एक बार फिर कलेक्टर रुचिका चौहान गुरुवार को निरीक्षण पर निकलीं। जिसका असर ये रहा कि निरीक्षण शुरू होने से पहले ही जर्जर सड़कों पर पेंच रिपेयरिंग के लिए तैयारी हो गई। स्थिति ये रही कि कलेक्टर चौहान नाका चंद्र
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कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की सड़कों का निरीक्षण करते हुए कार्यपालन यंत्री देवेंद्र सिंह भदौरिया को निर्देश दिए कि बारिश थमने के बाद 7 दिन में सभी सड़कों की मरम्मत कराई जाए। साथ ही जिन सड़कों पर बरसात का पानी रुकता है वहां से पानी निकासी की पुख्ता व्यवस्था की जाए। सड़कों के डिवाइडर एवं आसपास जहां भी झाड़ियां विकसित हुई हैं, उनकी छटाई का कार्य अभियान चलाकर किया जाए। कलेक्टर रुचिका चौहान ने नाका चंद्रबदनी से चौधरी ढाबा, नयागांव से रायरू, गोल पहाड़िया से मोतीझील, बहोड़ापुर से मोतीझील, जेल रोड, सागरताल रोड का निरीक्षण किया।
ग्वालियर में सड़कों की दुर्दशा सिर्फ इस बारिश की देन नहीं है। बल्कि पिछले वर्ष की बारिश के दौरान भी जो सड़कें खराब हुई थीं। उनमें से भी अधिकतर अब तक नहीं सुधर सकी हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने पिछले वर्ष 24 जुलाई 2024 को शिंदे की छावनी पर खल्लासीपुरा के सामने और बहोड़ापुर समेत दूसरी सड़कों का निरीक्षण किया था।
जिसमें अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि 15 दिन में सड़कों की हालत सुधारी जाए। लेकिन अब तक इन सड़कों की हालत जस की तस बनी हुई है। ऐसे ही इस वर्ष भी मानसून सीजन के दौरान कलेक्टर चौहान ने शहर में तमाम सड़कों का निरीक्षण कर पेंच रिपेयरिंग के निर्देश दिए। लेकिन नगर निगम, लोक निर्माण विभाग और स्मार्ट सिटी के अधिकारी ये काम नहीं करा पाए।

