12 राज्यों में बम धमाके की धमकी देने वाली रेनी को पुलिस ने चेन्नई से अरेस्ट किया था।
अहमदाबाद के बोपल इलाके के एक स्कूल, सरखेज के एक स्कूल, नरेंद्र मोदी स्टेडियम, बीजे मेडिकल कॉलेज समेत देश के 12 राज्यों में बम धमाके की धमकी देने वाली रेनी जोशील्डा को गुजरात हाईकोर्ट ने जमानत दे दी। रेनी जून से जेल में थी।
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सेशन कोर्ट से जमानत रद्द होने पर रेनी ने गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत देते हुए, कहा कि रेनी निजी रिश्तों को लेकर परेशान थी। रेनी जून से जेल में थी, जिसे बम धमकी के सभी दर्ज मामलों मे जमानत मिल गई है।
12 राज्यों में दी थी बम धमाकों की धमकी
अहमदाबाद के जिनेवा स्कूल को भेजे गए मेल का स्क्रीन शॉट।
देश के 12 राज्यों में 21 बार बम धमाके की धमकी देने वाली लड़की रेनी जोशील्डा को अहमदाबाद पुलिस ने 22 जून को चेन्नई से अरेस्ट किया था। रेनी जोशील्डा अपने ऑफिस के युवक से एकतरफा प्रेम करती थी, लेकिन युवक ने दूसरी लड़की से शादी कर ली।
युवक को फंसाने के लिए ही रेनी ने धमकी वाले ईमेल भेजे। इनमें गुजरात में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम और जयपुर के एमएमएस स्टेडियम में ब्लास्ट की धमकी भी शामिल है। इसके अलावा एअर इंडिया प्लेन क्रैश के बाद भी एक मेल भेजकर इसकी जिम्मेदारी ली गई थी।

14 अप्रैल को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम को उड़ाने की धमकी मिली थी।
कैसे पकड़ी गई थी रेनी, 4 पॉइंट
1. तलाश रही थी 12 राज्यों की पुलिस अहमदाबाद के जॉइंट पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शरद सिंघल ने बताया कि रेनी धमकियां भेजने के लिए अपने कलीग दिविज प्रभाकर और पाकिस्तानवेब जैसे नामों का इस्तेमाल करती थी। वह इसके लिए डार्क वेब, VPN और वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करती थी। रेनी ने देश के 12 राज्यों में धमकी भरे ईमेल भेजे थे। इस तरह 12 राज्यों की पुलिस रेनी की तलाश में जुटी हुई थी।
2. आईपी और डार्क वेब का इस्तेमाल किया रेनी ने अहमदाबाद के दिव्य ज्योत स्कूल, बीजे मेडिकल कॉलेज, जिनेवा स्कूल और नरेंद्र मोदी स्टेडियम को भी बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल भेजे थे। अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच की टीम भी जांच में जुटी थी।
जांच टीम ने पाया कि रेनी ने अलग-अलग आईपी और डार्क वेब से पूरा स्ट्रक्चर खड़ा किया था। इनकी मदद से उसने ईमेल और वॉट्सऐप ग्रुप तैयार किए थे। इन्हीं के जरिए वह देश के अलग-अलग राज्यों में धमकियों वाले ईमेल और वॉट्सएप मैसेजेस भेजा करती थी। इनमें कुछ आईडी दिविज प्रभाकर के नाम से भी बनाई गई थी।

अहमदाबाद के जिनेवा स्कूल की फोटो।
3. टेक्निकल सर्विलांस से पता चली लोकेशन जेसीपी क्राइम ब्रांच शरद सिंघल ने बताया कि रेनी की एक गलती ने हमें उस तक पहुंचा दिया। दरअसल, उसे लगा था कि वह डार्क वेब पर अदृश्य रहेगी, लेकिन हमारी साइबर क्राइम यूनिट की डार्क वेब और VPN पर पैनी नजर थी। साइबर टीम उसे ट्रैक कर रही थी। टेक्निकल सर्विलांस के चलते उसकी लोकेशन का पता लगते ही शनिवार को पुलिस ने रेनी को चेन्नई स्थित उसके घर से हिरासत में ले लिया।
4. अब तक धमकी भरे 21 ई-मेल मिले
रेनी साइबर टूल्स और सोशल इंजीनियरिंग में ट्रेंड थी। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद आईटी में करियर बनाने वाली रेनी ने अपना टैलेंट गलत काम में इस्तेमाल किया। पुलिस को उसके घर से डिजिटल और पेपर्स वाले सबूत भी मिले हैं। रेनी से अब तक धमकी वाले कुल 21 ईमेल मिले हैं। इस मामले में कोई और शामिल है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए जांच जारी है।

