काबुल13 मिनट पहले
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अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने भूकंप के बाद दुनियाभर से मदद मांगी हैं। इसके बाद भारत, चीन और ब्रिटेन ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता भेजी है।
अफगानिस्तान में रविवार की रात 6.0 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 900 से अधिक लोगों की जान गई और 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए।
रॉयटर्स से बात करते हुए तालिबान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान ने कहा,
हमें मदद की जरूरत है। भूकंप से बहुत लोगों की जान गई है, कई घर तबाह हो चुके हैं। इस तबाही ने अफगानिस्तान की परेशानी और बढ़ा दी है। यहां पहले से ही विदेशी मदद नहीं मिल रही है, जिससे देश में आर्थिक संकट का दौर है।

2021 में तालिबान सरकार बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने अफगानिस्तान की मानवीय सहायता रोक दी गई थी।
भूकंप से तबाही की तस्वीरें…

तस्वीर एक घायल अफगान युवक की है, जिसे सेना के जवानों और राहतकर्मियों ने रेस्क्यू किया है।

भूकंप से तबाह घर में अपनों को तलाश रहा बच्चा।

सेना के जवान और आम नागरिकों ने भूकंप पीड़ितों को मलबे से बाहर निकालकर उन्हें प्राथमिक उपचार दिया।

एक शख्स भूकंप से तबाह हुए घर में अपना सामान और अपनों को खोज रहा है।

भूकंप से प्रभावित एक गांव में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए।

घर के मलबे पर खड़ा तबाही का मंजर देखता व्यक्ति।

स्थानीय लोग भूकंप से क्षतिग्रस्त हुए घरों को छोड़कर जा रहे हैं।

पीड़ितों को एयर एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।
भारत, चीन और ब्रिटेन ने भेजी सहायता
अफगानिस्तान की अपील के बाद कई देशों ने मानवीय सहायता भेजी। भारत ने मदद के लिए 1000 टेंट काबुल भेजे हैं। साथ ही, 15 टन खाने का सामान काबुल से कुनार भेजा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने X पर लिखा कि भारत आगे भी राहत सामग्री भेजेगा।
वहीं, मंगलवार को ब्रिटेन ने भूकंप से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए 1 मिलियन पाउंड (10 करोड़) की इमरजेंसी फंड का ऐलान किया है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने भी अफगानिस्तान को मदद देने की बात कही है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वह अफगानिस्तान की जरूरतों और अपनी क्षमता के अनुसार उसकी मदद करेंगे।
PM मोदी ने भी संवेदना जताई
PM मोदी ने अफगानिस्तान में आए भूकंप पर दुख जताया है। उन्होंने X पर लिखा-

संयुक्त राष्ट्र ने भी मृतकों के लिए दुख जताया है। X पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि हमारी टीमें पहले से ही राहत बचाव काम में लगी हुई है।
भूकंप की लोकेशन मैप पर देख…

भूकंप ने किए कई गांव तबाह
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक भूकंप 2 लाख की आबादी वाले जलालाबाद शहर से लगभग 17 मील दूर नांगरहार प्रांत में आया। जहां कई गांव मलबे में बदल गए। यह इलाका राजधानी काबुल से 150 किमी दूर है। यह एक पहाड़ी इलाका है। जो भूकंप के लिए रेड जोन माना जाता है। जहां सहायता पहुंचाना भी मुश्किल है।
NYT की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा मौतें पड़ोसी कुनार प्रांत में हुई हैं। यहां सोमवार को 4.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया।
अल जजीरा के मुताबिक भूकंप के झटके पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत में भी महसूस हुए। वहीं, भारत के गुरुग्राम में भी हल्के झटके महसूस किए गए।

