महराजगंज3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
निजी अस्पताल पर कार्रवाई।
महराजगंज के दो प्रमुख निजी अस्पताल विवादों में घिर गए हैं। इन पर जिला संयुक्त चिकित्सालय और एमसीएच विंग के मरीजों को बहला-फुसलाकर अपने यहां भर्ती कराने का आरोप है।
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मामले की गंभीरता देखते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला ने जांच की जिम्मेदारी डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश द्विवेदी को सौंपी है। डॉ. द्विवेदी झोलाछाप नियंत्रण के नोडल अधिकारी भी हैं।
सीएमओ कार्यालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि इन अस्पतालों में मरीजों से मनमाने ढंग से शुल्क वसूला जाता है। शिकायतें यह भी हैं कि कई मरीजों का आर्थिक शोषण किया गया है। इससे गरीब वर्ग पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। साथ ही सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की छवि भी प्रभावित हो रही है।
जांच अधिकारी को औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें इलाज, शुल्क, दस्तावेज और मरीजों से बातचीत के आधार पर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। यह भी जांचा जाएगा कि अस्पतालों में कोई अवैध रेफरल या दलाल नेटवर्क सक्रिय तो नहीं है।
सीएमओ ने स्पष्ट किया है कि आरोप सही पाए जाने पर संबंधित अस्पतालों का पंजीकरण रद्द किया जा सकता है। साथ ही आर्थिक दंड लगाने और दलालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई भी की जाएगी।

