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Mutual Fund Tips : हालिया रिपोर्ट बताती है कि म्यूचुअल फंड के बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्शन में सबसे ज्यादा निवेश किए गए हैं. सालाना आधार पर इसमें 37 फीसदी का निवेश बढ़ा है.
म्यूचूअल फंड में सबसे ज्यादा निवेश फाइनेंशियल सेक्टर में हो रहा है.
हाइलाइट्स
- बैंकिंग और वित्तीय सेवा म्यूचुअल फंड में 37% निवेश बढ़ा.
- इन फंड्स ने पिछले साल 22-30% रिटर्न दिया.
- भारतीय बाजार में 22 बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा म्यूचुअल फंड हैं.
हाल के दिनों में बैंकिंग और फाइनेंशियल कंपनियों ने दमदार प्रदर्शन किया है, जिसकी वजह से म्यूचुअल फंड का निवेश भी इसमें काफी बढ़ गया है. इन कोषों ने पिछले साल 22 से 30 फीसदी तक का ‘रिटर्न’ दिया है, जो इस क्षेत्र के मजबूत बुनियादी सिद्धांतों और बढ़ते आकर्षण को दर्शाता है. उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में भारतीय बाजार में 22 बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा म्यूचुअल फंड हैं. मई, 2025 में इनकी संयुक्त प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 48,000 करोड़ रुपये की थीं. मई, 2024 में यह आंकड़ा करीब 34,971 करोड़ रुपये था.
निवेशकों ने म्यूचुअल फंड के इस सेक्शन पर सबसे ज्यादा दांव क्यों लगाया है, इसका जवाब क्षेत्र से संबंधित कंपनियों के प्रदर्शन से ही मिल जाता है. बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं एवं बीमा क्षेत्र की बढ़ती क्षमता की वजह से निवेशकों का भरोसा भी इन कंपनियों पर बढ़ता जा रहा है. यही कारण है कि इस सेक्शन में पिछले साल से अब तक 37 फीसदी का दमदार उछाल दिख रहा है.
निवेश के कई विकल्प
म्यूचुअल फंड में निवेश के कई विकल्प हैं. अगर किसी निवेशक के पास मोटा पैसा है तो वह एकमुश्त निवेश के लिए लमसम इनवेस्टमेंट का विकल्प इस्तेमाल कर सकता है. इसी तरह, अगर किसी के पास कम रकत है और वह रेगुलर निवेश कर सकता है तो सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान का विकल्प चुनना चाहिए. हालांकि, दोनों ही विकल्पों में निवेशकों को हर साल मोटा रिटर्न मिल सकता है, जिससे लंबी अवधि में यह राशि एक मोटे कॉर्पस में बदल जाएगी.
हर योजना में होते हैं कई सेक्शन
म्यूचुअल फंड भी स्टॉक्स की तरह अलग-अलग कंपनियों में निवेश करने का मौका देता है. मसलन, अगर कोई चाहे तो सिर्फ बैंकिंग कंपनियों को टार्गेट करते हुए इस सेक्शन पर आधारित योजना वाली म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसे लगा सकता है. इसके अलावा, कम जोखिम उठाने वाले निवेशकों के पास हाइब्रिड फंड का विकल्प रहता है. यह फंड इक्विटी के अलावा डेट और गोल्ड जैसे ऑप्शन में भी निवेश का मौका देते हैं.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ें