वॉशिंगटन डीसी59 मिनट पहले
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जेफ्री एपस्टीन और डोनाल्ड ट्रम्प की तस्वीर। स्लाइड में एपस्टीन केस की पीड़िताएं।
नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के आरोपी जेफ्री एप्स्टीन की फाइल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम होने का दावा किया जा रहा है। अमेरिकी वेबसाइट्स CNN और वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने खुद राष्ट्रपति ट्रम्प को मई महीने में इसकी जानकारी दी थी। हालांकि, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि यह कोई चौंकाने वाली बात नहीं थी, क्योंकि जो दस्तावेज बॉन्डी ने राष्ट्रपति को दिखाए थे, उनमें ट्रम्प का नाम पहले से ही मौजूद था।
इससे पहले बुधवार को ट्रम्प और एपस्टीन की कई पुरानी तस्वीरें सामने आई हैं। इनमें से कुछ तस्वीर से पता चला कि एपस्टीन 1993 में ट्रम्प की दूसरी शादी में शामिल हुआ था।
यह खुलासा उस वक्त हुआ है जब कुछ दिन पहले वॉल स्ट्रीट जर्नल ने यह रिपोर्ट छापी थी कि 2003 में ट्रम्प ने एपस्टीन के 50वें जन्मदिन पर उन्हें एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें एक लड़की की न्यूड फोटो थी। हालांकि ट्रम्प ने इस चिट्ठी को लिखने की बात से इनकार किया है।

यह तस्वीर 1997 में फ्लोरिडा में ली गई थी। इसमें जेफ्री एपस्टीन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प साथ में खड़े हैं।
एपस्टीन की क्लाइंट लिस्ट में होने का मतलब क्या है
एपस्टीन की ‘क्लाइंट लिस्ट’ से मतलब उन लोगों की एक लिस्ट से है, जो उसके यौन शोषण और तस्करी के नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। एपस्टीन पर यह आरोप लगे थे कि वह नाबालिग लड़कियों को लोगों तक पहुंचाता था और उनका शोषण करता था।
एप्स्टीन की ‘क्लाइंट लिस्ट’ इसलिए चर्चा में रहती है क्योंकि कहा जाता है कि इसमें कई बड़े और मशहूर लोगों के नाम हैं। जैसे राजनेता, अमीर कारोबारी, या दूसरी प्रभावशाली हस्तियां।
हालांकि, अमेरिका की जांच एजेंसियां जैसे FBI और न्याय विभाग बार-बार कह चुकी हैं कि ऐसी कोई आधिकारिक ‘क्लाइंट लिस्ट’ मौजूद नहीं है।
अगर किसी का नाम इस लिस्ट में आता भी है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो दोषी है। लेकिन इससे लोगों में शक पैदा होता है, खासकर जब नाम किसी ताकतवर या मशहूर व्यक्ति का हो।
ट्रम्प की शादी की तस्वीरें…

ट्रम्प की शादी में एंट्री करता एपस्टीन- तस्वीर क्रेडिट- CNN

ट्रम्प की शादी में आए मेहमानों के पीछे खड़ा एपस्टीन। तस्वीर क्रेडिट- CNN

ट्रम्प ने साल 1993 में मार्ला मेपल्स से शादी की थी। तस्वीर क्रेडिट- CNN
ट्रम्प ने फर्जी खबर कहकर खारिज किया
प्लाजा होटल में हुए इस इंवेट में एपस्टीन की मौजूदगी के बारे में अब तक ज्यादा जानकारी नहीं थी। CNN ने इसे लेकर राष्ट्रपति ट्रम्प से पूछा तो उन्होंने कहा कि तुम मजाक कर रहे हो, और फिर बार-बार इसे ‘फर्जी’ बताकर फोन काट दिया।
व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशंस डायरेक्टर स्टीवन चेउंग ने इन खुलासों को खारिज करते हुए कहा- ये सिर्फ बिना संदर्भ के तस्वीरें और वीडियो हैं, जिनका इस्तेमाल गलत नजरिया बनाने के लिए किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने एपस्टीन को अपने क्लब से निकाल दिया था क्योंकि वह उनका व्यवहार ठीक नहीं था। यह डेमोक्रेट्स और लिबरल मीडिया की तरफ से बनाई गई फर्जी खबरों का हिस्सा है।
कभी एपस्टीन के जिगरी दोस्त थे ट्रम्प
ट्रम्प और एपस्टीन की मुलाकात भी एक पार्टी में ही हुई थी। 2002 में ट्रम्प ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा था-

मैं जेफ को 15 साल से जानता हूं, कमाल का आदमी है। हम दोनों को कम उम्र की खूबसूरत लड़कियां पसंद हैं।
यह बयान बाद में ट्रम्प के लिए मुसीबत बन गया।
1992 में ट्रम्प ने फ्लोरिडा स्थित अपने मार-ए-लागो रिसोर्ट में एपस्टीन और चीयरलीडर्स के साथ एक पार्टी की। 2019 में NBC ने इसका एक फुटेज जारी किया था। जिसमें ट्रम्प, एपस्टीन को एक महिला की ओर इशारा करते दिखते हैं और झुककर कहते हैं- देखो वह बहुत हॉट है।
एपस्टीन के जेट से यात्रा करते थे ट्रम्प
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि ट्रम्प ने सात बार एपस्टीन के प्राइवेट जेट से ट्रैवल किया था। न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक ट्रम्प ने ये सफर 1993 से 1997 के बीच किया था।
हालांकि, ये उड़ानें ज्यादातर पाम बीच और न्यूयॉर्क के बीच थीं। ट्रम्प ने कहा था कि उन्होंने कभी एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड का टूर नहीं किया और न ही कोई गलत काम किया।

ट्रम्प और एपस्टीन की दोस्ती में दरार
ट्रम्प और एपस्टीन की दोस्ती के बीच दरार 2004 में फ्लोरिडा के पाम बीच पर बनी प्रॉपर्टी ‘हाउस ऑफ फ्रेंडशिप’ के कारण आया। यह संपत्ति नर्सिंग होम मैग्नेट एबे गोस्मैन की थी, जो दिवालियापन की वजह से नीलामी हो रही थी।
ट्रम्प और एप्सटीन दोनों इस 6 एकड़ की प्रॉपर्टी को खरीदना चाहते थे। ट्रम्प ने इसे अमेरिका में सबसे बेहतरीन जमीन बताया था। उनका इरादा इसे खरीदकर नए तरह से ट्रांसफार्म करना और फिर बेचने का था, जबकि एप्सटीन वहां रहना चाहता था।
15 नवंबर, 2004 को वेस्ट पाम बीच में नीलामी हुई। ट्रम्प इसमें सीधे तौर पर शामिल नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने टेलीफोन से हिस्सा लिया। एपस्टीन के ओर से तीन वकीलों ने बोली लगाई। ट्रम्प ने 356 करोड़ की बोली के साथ प्रॉपर्टी हासिल कर ली थी।

यह तस्वीर 1997 में फ्लोरिडा में ली गई थी। इसमें जेफ्री एपस्टीन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प साथ खड़ा है।
ट्रम्प बोले- एपस्टीन को अपना दोस्त नहीं मानता
रियल एस्टेट विवाद के बाद ट्रम्प और एपस्टीन के बीच बातचीत का कोई पब्लिक रिकॉर्ड नहीं है। ट्रम्प ने बाद में 2019 में कहा था कि उनके और एपस्टीन के बीच मनमुटाव हो गया था और उन्होंने 15 सालों से एक-दूसरे से बात नहीं की थी। ट्रम्प ने कहा था कि वो अब एप्सटीन को अपना दोस्त नहीं मानते।

8 पॉइंट में जानिए एपस्टीन फाइल्स पर विवाद क्यों
- जस्टिस डिपार्टमेंट और FBI पर ये आरोप हैं कि उन्होंने जानबूझकर एपस्टीन की मौत से पहले उसकी सुरक्षा को कमजोर किया।
- जेल में कैमरे बंद थे, गार्ड सो क्यों रहे थे इसके जवाब अब तक साफ नहीं मिले। कई अहम फाइलें और सबूत गायब हैं या अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई हैं।
- मीडिया और पीड़ित महिलाओं ने मांग की है कि ‘ग्रैंड जूरी’ के दस्तावेज (जो अब तक सीक्रेट हैं) को सामने लाया जाए।
- आरोप है कि FBI ने कई हाई-प्रोफाइल नामों की जांच जानबूझकर नहीं की या उन्हें बचाने की कोशिश की।
- 5 जून को इलॉन मस्क ने दावा किया कि एपस्टीन फाइल्स में ट्रम्प का नाम है और इसी वजह से फाइल्स को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा।
- ट्रम्प ने जब राष्ट्रपति पद संभाला था, तब वादा किया था कि वे एपस्टीन फाइल्स को सार्वजनिक करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
- अब जब WSJ की रिपोर्ट सामने आई, तो लोगों का गुस्सा और बढ़ गया। ट्रम्प के समर्थक भी उन पर सवाल उठा रहे हैं।
- जस्टिस डिपार्टमेंट ने अब जाकर (2025 में) इन्हें सार्वजनिक करने की बात कही है। हालांकि इसकी टाइमिंग अभी नहीं बताई गई है।
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जेफ्री एपस्टीन की मौत को 6 साल बीत चुके हैं, लेकिन उसका नाम एक बार फिर अमेरिकी राजनीति में विवाद की वजह बना हुआ है। इस बार विवाद के केंद्र में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हैं।
मामला यौन अपराधी रहे एपस्टीन की उस कथित ‘क्लाइंट फाइल’ का है, जिसमें दुनियाभर के ताकतवर नेताओं, बिजनेस टायकून और हस्तियों के नाम दर्ज होने की अटकलें हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…