पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ डिजाइन एंड आर्ट्स के नवें एनुअल फैशन शो ‘पूर्णिमा ट्रेंड्स 2025’ का आयोजन किया गया।
फैशन जगत की नामी हस्तियों की मौजूदगी में स्टूडेंट्स के डिजाइनर कलेक्शन रैम्प पर प्रदर्शित किए गए तो इन्हें उपस्थित दर्शकों की भरपूर सराहना मिली। रविवार को यह अवसर था, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ डिजाइन एंड आर्ट्स के नवें एनुअल फैशन शो ‘पूर्णिम
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फैशन डिजाइनर सामंत चौहान, जिफ फिल्म फेस्ट के फाउंडर हनु रोज व पेंसिल बॉक्स के डायरेक्टर अनुराग सिंघल शो में गेस्ट ऑफ ऑनर थे।
इसमें यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स द्वारा तैयार किए गए व विभिन्न तत्वों से प्रेरित डिजाइनर वियर शोकेस किए गए।
इनके अलावा फैशन डिजाइनर श्वेता कोठारी, साक्षी खत्री, प्रिया जैन, वर्षा सेठी, पल्लवी सेठी, अंशिका गिल्बर्ट जोधका, रिषभ, मानवेंद्र सिंह और डॉ. स्वाति मलिक स्पेशल गेस्ट के तौर पर मौजूद रहे। इन्होंने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ द्वीप प्रज्ज्वलन कर शो की शुरुआत की।
उद्घाटन के बाद शो में एनीमे फैंटेसीज, अशम्ड फ्लावर, सेवन डेडली सिंस, रोमांटिसिज्म रीबॉर्न, द गॉग वे, सर्जिकल ब्यूटी, हिमालयन मोनाल रीबॉर्न, कॉन्ट्रास्ट, द ओड्स, विजुअल पॉल्यूशन, क्लाइमेट क्राइसिस, स्टेज फीयर, टेल ऑफ डायवर्स रूट, सर्वाइव, फैशन टूल मैनिपुलेशन, लेडी इन डिस्गाइज सहित 23 सीक्वेंस में स्टूडेंट्स के कलेक्शन प्रदर्शित किए गए।

23 सीक्वेंस में स्टूडेंट्स के कलेक्शन प्रदर्शित किए गए।
‘ट्रिब्यूट टू कार्ल लेगरफेल्ड’ थीम कलेक्शन के साथ फैशन शो की शुरुआत हुई, जिसमें इटरनल इम्प्रिंट की विरासत के साथ मोनोक्रोम पैलेट, गढ़ी हुई सिल्हूट व बारोक की भव्यता का संयोजन देखने को मिला। विन्सेंट वैन गॉग की भावनात्मक प्रतिभा को समर्पित ‘द गॉग वे’ के परिधानों में गॉग की पेंटिंग्स के बोल्ड रंग, स्ट्रोक और गहरी भावनाएं साकार हुई।
‘एनीमे फैंटेसीज’ सीक्वेंस में जीवंत रंगों के साथ बचपन को आकार देने वाले बोल्ड सुपरहीरो, निडर लड़कियों व जादुई भूमि का अक्स देखने को मिला। डिजाइनर ने बताया कि यह कलेक्शन सिर्फ फैशन नहीं है, बल्कि इसके हर परिधान में सिली हुई स्मृति, भावना और आश्चर्य है।

‘ट्रिब्यूट टू कार्ल लेगरफेल्ड’ थीम कलेक्शन के साथ फैशन शो की शुरुआत हुई।
‘अशम्ड फ्लावर’ सीक्वेंस के जरिए शर्मीले युवाओं की खामोशी में डूबी कहानियों को सामने लाया गया और यह संदेश दिया गया कि शर्म अनसुनी की क्रूरता से उत्पन्न होती है। इसके हर परिधान ने वह सच्चाई बयां की, जिसे समाज भूलना चाहता है।
‘सेवन डेडली सिंस’ कलेक्शन के जरिए घमंड, ईर्ष्या, क्रोध, आलस्य, लालच व वासना जैसे दोष के टकरावों को बताया गया। इसके परिधानों की चमक, कट्स व बिखरी हुई बनावट के जरिए बताया गया कि ये सात दोष आकर्षित करते हैं, और बर्बाद भी। ‘रोमांटिसिज्म रीबॉर्न’ कलेक्शन में बिना किसी रोक-टोक के सपने देखने के बारे में बताया गया और संदेश दिया गया कि सच्ची सुंदरता परिपूर्ण नहीं, बल्कि काव्यात्मक होती है।
‘द गार्डन ऑफ हैवन’ कलेक्शन में पत्तियों के बीच से छनकर आती रोशनी की सुनहरी गुनगुनाहट का अहसास कराया गया। हल्के रंगों वाले इस कलेक्शन में कढ़ाईदार बेलों व फूलों का उत्कृष्ट संयोजन देखने को मिला।
अंतिम सीक्वेंस ‘एक्सीडेंटल रेकजेज’ के आउटफिट्स के जरिए दुर्घटना की भयावहता बताई गई। इसके जरिए मैसेज दिया कि एक्सीडेंट एक अपरिवर्तनीय सेकंड होता है, जिससे सब कुछ बदल जाता है, रबर चीखता है, धातु कागज की तरह मुड़ जाती है और पलभर में मलबा उत्पन्न हो जाता है। इस कलेक्शन ने टकरावों की अनकही कहानी बताई, जो न केवल सड़क पर, बल्कि जीवन में भी हो सकता है।
फैशन शो से पूर्व राजस्थानी लोक संगीत बैंड ‘रेतीला राजस्थान’ द्वारा फोक फ्यूजन की सुमधुर प्रस्तुतियां दी गई। अंत में जजेज द्वारा मोस्ट क्रिएटिव कलेक्शन, बेस्ट सोशल अवेयरनेस कॉन्सेप्ट और बेस्ट रेडी टू वियर कलेक्शन जैसे पुरस्कार प्रदान किए गए।