लखनऊ3 मिनट पहले
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लखनऊ में गोमती नदी के किनारे इकोलॉजिकल टास्क फोर्स ने रिवर योग अभियान की शुरुआत की है। मेजर कंवरदीप सिंह नागी की देखरेख में यह अभियान 21 अप्रैल से कुड़िया घाट पर चल रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून तक जारी रहेगा।
प्रमाणित योग प्रशिक्षक कुलदीप कुमार रोज सुबह 6 से 8 बजे तक योग सत्र का संचालन करते हैं। इसमें सैनिक, एनसीसी-एनएसएस के छात्र, स्थानीय नागरिक और सामाजिक संगठन भाग ले रहे हैं।
वृक्षासन और चक्रासन से संतुलन सिखाया
योग सत्र की शुरुआत प्रार्थना से होती है। इसके बाद विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया जाता है। वृक्षासन और चक्रासन से संतुलन सिखाया जाता है। पद्मासन से मस्तिष्क शक्ति बढ़ती है। जानुशिरासन से पाचन तंत्र मजबूत होता है। अर्ध मत्स्येन्द्रासन से रीढ़ और पेट की मांसपेशियां सशक्त होती हैं। पश्चिमोत्तानासन मूत्र रोग और ग्रंथि रोगों में फायदेमंद है। धनुरासन और नौकासन से रीढ़ की हड्डी लचीली और मजबूत बनती है।

लखनऊ में गोमती नदी के किनारे योगाभ्यास करते लोग।
अभियान का लक्ष्य योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना
योग प्रशिक्षक कुलदीप कुमार के अनुसार, ध्यानात्मक आसनों से मस्तिष्क की अल्फा, थीटा और डेल्टा तरंगें सक्रिय होती हैं। इससे मन शांत रहता है। आसनों से प्रति मिनट 0.8 से 3 कैलोरी खर्च होती है। सामान्य व्यायाम में 3 से 14 कैलोरी खर्च होती हैं। इस तरह योग कम ऊर्जा में ज्यादा फायदा देता है।
अभियान का लक्ष्य योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना है। प्रशिक्षक ने छात्रों से नियमित योग करने की अपील की है। यह अभियान स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण है।