सुबह 11:30 का अपडेट- पंजाब-गुजरात में आप को शानदार बढ़त
सुबह 10:30 बजे का अपडेट- दो सीट पर भाजपा आगे
गुजरात की दोनों सीटों पर भाजपा आगे है. विसावदर में वह करीब 1000 वोटों से आगे हैं वहीं कडी उसके उम्मीदवार 10 हजार से अधिक वोटों से आगे हैं. पंजाब की लुधियाना में आप के उम्मीदवार आठ हजार से अधिक वोटों से आगे हैं. पश्चिम बंगाल की कालीगंज में टीएमसी की उम्मीदवार करीब 4500 वोटों से आगे हैं और केरल में नीलांबुर में कांग्रेस उम्मीदवार भी पांच हजार से अधिका वोटों से आगे हैं.
गुजरात की विसावदर सीट पर आप के गोपाल इटालिया पीछे हो गए हैं. वह भाजपा के किरीट पटेल से करीब 1000 वोटों से पीछे चल रहे हैं.
कुल पांच सीटों में से दो पर आप और एक-एक पर भाजपा, कांग्रेस और टीएमसी के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं.
नीलांबुर से कांग्रेस उम्मीदवार आगे- केरल की नीलांबुर सीट से कांग्रेस के अर्यादन शौकन, एस स्वराज से करीब 3900 वोटों से आगे चल रहे हैं.
लुधियाना में आप उम्मीदवार आगे- पंजाब की लुधियाना सीट पर आप उम्मीदवार संजीव आरोड़ा कांग्रेस के भरत भूषण आशू से करीब 2500 वोटों से आगे हैं.
कडी से भाजपा उम्मीदवार आगे- गुजरात की इस दूसरी सीट से भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र चावड़ा आगे चल रहे हैं. वह कांग्रेस रमेश भाई चावड़ा से करीब 6800 वोटों से आगे हैं.
Assembly By Election by poll upchunav Results 2025 LIVE: देश के चार राज्यों गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना सोमवार को शुरू हो गई. निर्वाचन आयोग के अनुसार गुजरात की विसावदर और कडी, केरल की नीलांबुर, पंजाब की लुधियाना पश्चिम और पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीटों पर 19 जून को मतदान हुआ था. आज सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हुई. इन उपचुनाव के नतीजे प्रमुख राजनीतिक दलों की साख की परीक्षा है. खासकर केरल और पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए नतीजे काफी अहमियत रखेंगे.
प्रमुख उम्मीदवार और मुकाबला
गुजरात (विसावदर): भाजपा ने किरीट पटेल, कांग्रेस ने नितिन रणपारिया और आप ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा है. यह सीट तीनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी है.
केरल (नीलांबुर): एलडीएफ ने एम स्वराज, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने आर्यदान शौकत और भाजपा ने एडवोकेट मोहन जॉर्ज को उम्मीदवार बनाया है. यह सीट 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ के लिए अहम है.
पश्चिम बंगाल (कालीगंज): टीएमसी और माकपा सत्ता को मजबूत करने की कोशिश में हैं, जबकि भाजपा इस सीट पर अपनी मौजूदगी बढ़ाने की जुगत में है. स्थानीय मुद्दों ने इस सीट को अहम बना दिया है.