किशनगंज का सदर अस्पताल गंभीर स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है। अस्पताल में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और आवश्यक स्वास्थ्य सामग्री का घोर अभाव है। सदर अस्पताल के उपाध्यक्ष अनवर हुसैन के अनुसार, पांच वर्ष पूर्व निर्मित ट्रॉमा सेंटर स्टाफ की कमी के कारण अभी
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डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के अभाव में पीआईसीयू बंद
42 बेड का पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) भी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के अभाव में पूरी तरह बंद है। 12 बेड का आईसीयू भी स्टाफ की कमी से अनुपयोगी पड़ा है। अस्पताल में 41 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं। लेकिन वर्तमान में केवल 17 डॉक्टर ही कार्यरत हैं। नर्सिंग स्टाफ की स्थिति भी चिंताजनक है। 51 स्वीकृत पदों के विरुद्ध मात्र 32 कर्मचारी कार्यरत हैं।
200 से 300 मरीज प्रतिदिन आते हैं अस्पताल
प्रतिदिन 200 से 300 मरीज अस्पताल आते हैं। स्टाफ और संसाधनों की कमी के कारण उन्हें उचित इलाज नहीं मिल पाता। दवाइयों और उपकरणों की कमी से मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। गंभीर मरीजों को अन्य शहरों में रेफर करना पड़ता है। यह स्थिति मरीजों पर आर्थिक और शारीरिक बोझ बढ़ा रही है। स्थानीय नागरिक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टरों, स्टाफ और संसाधनों की तत्काल व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।

