छोटा उदेपुर में चीचोड गांव में आई बाढ़ में एक ट्रैक्टर बह गया। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर की जान बचा ली।
दक्षिण गुजरात में शनिवार शाम से ही तेज बारिश हो रही है। इससे सूरत, नवसारी और छोटा उदेपुर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सूरत काजवे के ओवरफ्लो होने के चलते 52 सड़कें बंद हो गई हैं। वहीं, अगले तीन घंटों के लिए 22 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
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तीन सिस्टम सक्रिय होने से मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक गुजरात के कई इलाकों में गरज के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में अगले 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अहमदाबाद और गांधीनगर में भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
सूरत काजवे के ओवरफ्लो होने के चलते 52 सड़कें बंद हो गई हैं। नवसारी के वासंदा की मुख्य सड़क डूब गई है।
इन जिलों में ऑरेंज-येलो अलर्ट मौसम विभाग ने बनासकांठा, मेहसाणा, साबरकांठा, अरावली, गांधीनगर, अहमदाबाद, भावनगर, अमरेली, गिर सोमनाथ, दीव, पाटन, कच्छ, मोरबी, सूरत, डांग, नवसारी, वलसाड, तापी, दमन, दादरा नगर हवेली, जामनगर, द्वारका, जूनागढ़ और भरूच के लिए अगले तीन घंटों यानी 1 बजे तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि महिसागर, खेड़ा, आनंद, वडोदरा, पंचमहल, दाहोद, छोटा उदेपुर, नर्मदा, सुरेंद्रनगर, बोटाद, राजकोट और पोरबंदर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

नवसारी में पूर्णा नदी के उफान पर आने से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है।
सबसे ज्यादा अरावली के भिलोदा में 6.5 इं बारिश हुई पिछले 24 घंटे में राज्य के 204 तालुकाओं में हल्की से भारी बारिश हुई। जिसमें सबसे ज्यादा अरावली के भिलोदा में 6.5 इंच, व्यारा में 6.5 इंच, डोलवण में 5.5 इंच, पलसाना में 5 इंच, कपराडा, सोनगढ़ और सूरत में 5.5 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा राज्य के 50 तालुकाओं में दो इंच से ज्यादा बारिश हुई। जबकि 93 तालुकाओं में एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।

शनिवार रात से रविवार सुबह 8 बजे तक 4 इंच बारिश से द्वारका के कल्याणपुर में भरा पानी।
जून में 110 मिमी के मुकाबले 288 मिमी बारिश हो चुकी गुजरात को आमतौर पर जून में औसतन 110.8 मिमी (4.43 इंच) बारिश होती है। लेकिन, इस साल 288.7 मिमी (11.55 इंच) बारिश हो चुकी है। जरूरत से 161% ज्यादा बारिश ने 44 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 125 साल के इतिहास में जून में सबसे ज्यादा 298.3 मिमी (11.93 इंच) बारिश 1980 में दर्ज की गई थी।
वहीं, पिछले साल जून में 9 दिन ही बारिश हुई थी। जबकि इस बार 16 दिन बारिश हुई है। दक्षिण गुजरात में सबसे अधिक 19 दिन और कच्छ में सबसे कम 8 दिन बारिश हुई है।

भारी बारिश के चलते छोटा उदेपुर में नेशनल हाईवे डूब गया।
जुलाई में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना भारतीय मौसम विभाग की ओर से जारी जुलाई के पूर्वानुमान के अनुसार देश में सामान्य से 106% अधिक बारिश होने की संभावना है। गुजरात के लिए जुलाई के पूर्वानुमान को देखें तो राज्य के शेष इलाकों में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, यानी अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश के संकेत हैं।