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Bollywood 3 Superhit Movies : हिंदी सिनेमा में ऐसी गिनी-चुनी फिल्में ही बनी हैं जिनका प्रभाव पूरे देश में देखने को मिला हो. 9 साल के अंतराल में बॉलीवुड में ऐसी 3 कल्ट फिल्में बनी जिनमें पुराने विचारों को बिक्कुल नए अंदाज में युवा पीढ़ी के सामने पेश किया गया. दिलचस्प बात यह है कि इन तीनों ही फिल्मों पर दर्शकों ने खूब प्यार लुटाया. तीन में से दो फिल्में सुपरहिट निकलीं और एक तो ब्लॉकबस्टर निकली. इन तीनों फिल्मों ने एक खास तरह का मैसेज समाज को दिया.
साल 2000 के बाद हिंदी सिनेमा ने एक बार फिर से नई धारा को अपनाया. नए तरह का सिनेमा सामने आया. 2003 में डायरेक्टर-प्रोड्यूसर राजकुमार हिरानी एक फिल्म लेकर आए, जिसका असर पूरे देश में देखने को मिला. यह फिल्म थी : मुन्ना भाई एमबीबीएस. इस फिल्म का मूल भाव ‘प्यार-मानवता’ थी. फिल्म में दिखाया गया कि कैसे एक वसूली गैंग चलाने वाला गैंगस्टर पिता का सपना पूरा करने के लिए मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेता है. कैसे वो डॉक्टरों को मरीजों से प्यार से पेश आने के लिए कहता है. कैसे वो जादू की झप्पी देकर मरीजों के मन में नई उमंग और उर्जा पैदा करता है. जो काम दवाएं नहीं कर पातीं, वो उसकी झादू की झप्पी करती है. प्यार-मानवता जैसे पुराने विचार को फिल्म मे नए कलेवर, नए अंदाज में पेश किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया. फिल्म की सफलता इसकी तस्दीक करती है.

राजकुमार हिरानी के मन में ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ की स्क्रिप्ट लिखने का आइडिया तब आया था जब वो अपने किसी परिजन से मिलने अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने विधु विनोद चोपड़ा से बात की और फिल्म की प्लानिंग शुरू हुई. 19 दिसंबर 2003 में रिलीज हुई इस फिल्म का बजट 10 करोड़ रखा गया था. फिल्म में इंडिया में 23 करोड़, जबकि वर्ल्डवाइड 36 करोड़ का कलेक्शन किया था. यह एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी. फिल्म में अरशद वारसी ने सर्किट का रोल निभाया था. फिल्म में हमें ग्रेसी सिंह, बोमन ईरानी, सुनील दत्त नजर आए थे. यह सुनील दत्त की आखिरी फिल्म थी.

1 सितंबर 2006 को मुन्ना भाई एमबीबीएस सीरीज की दूसरी फिल्म ‘लगे रहे मुन्ना भाई’ आई थी. इस फिल्म में हमें मुन्ना भाई, सर्किट के अलावा महात्मा गांधी भी नजर आए थे. महात्मा गांधी के विचारों को बिल्कुल नए अंदाज में फिल्म में दिखाया गया था. फिल्म ‘गांधीगिरी ‘ पर बेस्ड थी. फिल्म के आने के बाद ‘गांधीगिरि’ शब्द पूरे देश में पॉप्युलर हुआ था. फिल्म में दिखाया गया कि दादागिरी का जवाब ‘गांधीगिरि’ से दिया जा सकता है. पूरे देश में ‘गांधीगिरि’ के आंदोलन हुए. इन आंदोलनों में लोग हिंसा के बजाय के गांधी के विचारों सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते दिखाई दिए. भारतीय समाज में किसी फिल्म का इतना असर शायद ही कभी स्कारात्मक रूप से देखने को मिला हो.

लगे रहे मुन्ना भाई का डायरेक्शन राजकुमार हिरानी ने किया था. विधु विनोद चोपड़ा ने फिल्म को प्रोड्यूस किया था. फिल्म की स्टोरी राजकुमार हिरानी और अजिताभ जोशी ने लिखी थी. म्यूजिक शांतनु मोइत्रा ने दिया था. फिल्म का बजट करीब 19 करोड़ रुपये का था. इंडिया में फिल्म ने करीब 76 करोड़ का कारोबार किया था. वर्ल्डवाइड 126 करोड़ का कलेक्शन किया था. यह एक ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी.

मुन्ना भाई एमबीबीएस के दौरान ही इसके ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ बनाने का ख्याल मेकर्स के मन में आया था. फिल्म में महात्मा गांधी के विचारों को आज के समय के हिसाब से दिखाया गया. मजेदार बात यह है कि ‘लगे रहे मुन्ना भाई’ फिल्म के रोल के लिए संजय दत्त ने ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ दस बार और अरशद वारसी ने भी तीन बार देखी थी. तब जाकर दोनों खुद को फिर से पुराने कैरेक्टर में ढाल पाए थे.

2012 में धर्मा प्रोड्क्शन के बैनर तले एक फिल्म ‘अग्निपथ’ आई थी. यह फिल्म 1990 में आई अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘अग्निपथ’ का रीमैक थी. तब यह फिल्म फ्लॉप हो गई थी. हालांकि आज यह फिल्म कल्ट क्लासिक मानी जाते है. अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरुस्कार भी इस फिल्म के लिए मिला था. इस फिल्म के निर्माता यश जौहर को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वो कर्ज के बोझ तले दबे गए थे. तब करण जौहर बहुत छोटे थे. उन्होंने 2012 में ‘अग्निपथ’ फिल्म का रीमेक बनाया. नई अग्निपथ ने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाए. 2012 में यह सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर थी.

फिल्म की शुरुआत महात्मा गांधी के विचारों और डॉ. हरिवंश राय बच्चन से शुरू होती है. मास्टर दीनानाथ चौहान अपने बेटे विजय चौहान को समझाते हुए कहते हैं, ‘आंख के बदले आंख मांगोगे तो एक दिन पूरी दुनिया अंधी हो जाएगी, ऐसा महात्मा गांधी कहते थे’. इतना ही नहीं मास्टर दीनानाथ चौहान उसे डॉ. हरिवंश राय बच्चन की कविता ‘वृक्ष हों भले खड़े, हों घने हों बड़े… कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ’ सुनाते हैं.

करण जौहर को ‘अग्निपथ’ का रीमेक बनाने का आइडिया ‘माय नेम इज खान’ की शूटिंग के दौरान आया था. इस फिल्म में करण मल्होत्रा उन्हें असिस्ट कर रहे थे. फिल्मों पर चर्चा के दौरान करण मल्होत्रा ने कहा कि ‘अग्निपथ’ उनके जेहन में बसी हुई है. दोनों ने फिल्म का रीमेक बनाने का फैसला किया. करण मल्होत्रा ने नए सिरे से स्क्रिप्ट लिखी. बाद में उन्होंने फिल्म को डायरेक्ट भी किया. नई अग्निपथ में कांचा चीना का किरदार संजय दत्त ने निभाया था. विजय चौहान के किरदार में ऋतिक रोशन नजर आए थे. फिल्म में ऋषि कपूर निगेटिव रोल में नजर आए थे. फिल्म में प्रियंका चोपड़ा भी नजर आई थीं. कैटरीना कैफ ने ‘चिकनी चमेली’ आइटम सॉन्ग किया था.
फिल्म का बजट 71 करोड़ रुपये रखा गया था. इस फिल्म ने इंडिया में 120 करोड़ जबकि वर्ल्ड वाइड 194 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था. यह एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी.

