आजमगढ़ के कबीर साहब मदरसे में 443000 का गबन: जांच में नहीं मिला एक भी छात्र मैनेजर प्रबंधक और पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा – Azamgarh News

0
आजमगढ़ के कबीर साहब मदरसे में 443000 का गबन:  जांच में नहीं मिला एक भी छात्र मैनेजर प्रबंधक और पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा – Azamgarh News



आजमगढ़ के मुबारकपुर थाने में पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रबंधक मैनेजर के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा।

आजमगढ़ जिले में EOW की जांच में दोषी पाए जाने वाले मदरसा संचालकों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिले में मार्च महीने में 200 से अधिक मदरसों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इसी क्रम में आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र में चल रह

.

कबीर साहब मदरसे को 10 जून 2008 में मान्यता दी गई थी। मान्यता लेते समय मदरसे द्वारा पोर्टल पर तीन कमरे 300 वर्ग फीट और छात्रों की संख्या 127 दिखाई थी। पर जब टीम ने निरीक्षण किया तो मौके पर कुछ भी नहीं मिला।

इसके साथ ही मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत 443000 का गबन भी किया गया। ऐसे में मदरसे के मैनेजर शिक्षक और मदरसे को मान्यता देने वाले अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के विरुद्ध मुबारकपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

6 फरवरी 2025 से शुरू हुई कार्रवाई

मदरसा संचालकों पर 6 फरवरी से जिले में कार्रवाई शुरू हो गई है। इस अभियान के तहत अब तक 200 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में मदरसों को खोलने के साथ ही उसके संचालन में किस कदर खेल किया गया है।

जिले में संचालित हो रहे अस्तित्व विभिन्न और मानक का पालन न करने वाले मदरसा संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू हो गई है। जिले में मदरसा पोर्टल ऑनलाइन फीडिंग में 313 मदरसे मानक के अनुरूप नहीं मिले थे।

इस मामले में जब एसआईटी ने जांच की तो 219 मदरसों का अस्तित्व में ही नहीं रहे। इस मामले में ईओडब्ल्यू के निरीक्षक कुंवर ब्रम्ह प्रकाश सिंह की तहरीर पर जहां पहला मुकदमा जिले के कंधरापुर थाने में दर्ज किया गया था।

जिले में वर्ष 2009-10 में बिना भौतिक सत्यापन के कई मदरसों को मान्यता और अनुदान देने का मामला सामने आया था। 2017 में इस बात की शिकायत सरकार से की गई थी।

जहां 2017 में हुई जांच में 387 मदरसे वैध मिले, जबकि 313 मदरसे में गड़बड़ियां पाई गई थी। इसके बाद इस पूरे मामले की जांच शासन ने एसआईटी टीम को दी। 2022 में शासन को सौंपी में एसआईटी ने पाया कि 219 मदरसे ऐसे हैं जो अस्तित्व विहीन थे।

फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में दर्ज हुए सबसे अधिक 41 मुकदमे

इस बारे में जिले एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया था कि ईओडब्ल्यू की जांच शिकायत के आधार पर आजमगढ़ जिले में 200 से अधिक मुकदमे दर्ज किया जा चुके हैं। इस अभियान के तहत जिले के 22 थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिले में सबसे अधिक फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में 41 मुकदमे दर्ज किए गए हैं जबकि पवई थाने में 34 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

जिले के कोतवाली में दो, सिधारी में पांच, रानी की सराय में तीन, कंधरापुर में एक मुबारकपुर में 16 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। निजामाबाद में पांच, गंभीरपुर में दो, देवगांव में सात, बरदह में सात, मेंहनगर में पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

तरवां में तीन जीयनपुर में 10, महराजगंज में दो, बिलरियागंज में एक, रौनापार में तीन, अतरौलिया में 13 अहरौला में 25, कप्तानगंज में दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही सरायमीर में आठ तथा दीदारगंज में 24 मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर भेजी गई थी।



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here