पीएमसीएच का दौरा करते हुए आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर।
पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को पीएमसीएच परिसर स्थित एल एंड टी कंस्ट्रक्शन कार्यालय में रोगी कल्याण समिति की बैठक आयोजित हुई।
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इस बैठक में अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा के साथ-साथ मरीजों को दी जा रही सुविधाओं पर चर्चा की गई। आयुक्त ने बैठक के बाद पीएमसीएच के अलग-अलग वार्डों का दौरा कर मरीजों और उनके परिजनों से सीधे फीडबैक भी लिया।
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना जरूरी
आयुक्त ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता मजबूत, भरोसेमंद और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सभी लोगों तक पहुंचाना है। अस्पताल की व्यवस्थाएं ठीक से चलें और सुविधाएं बनी रहें। इसके लिए सभी संबंधित विभागों और कर्मचारियों को सजग, तत्पर और जिम्मेदार रहना होगा। “विकसित बिहार और आत्मनिर्भर बिहार” के लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना जरूरी है।
पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनेगा
आयुक्त ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 मई, 2025 को पीएमसीएच के पुनर्विकास परियोजना (फेज-1) के अंतर्गत बने दो टावर (I) और (II) में 1,117 बेड वाले नए भवनों का उद्घाटन किया था। इन भवनों से बड़ी संख्या में मरीजों को सुविधा मिल रही है। परियोजना का बचा हुआ कार्य मार्च 2027 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद पीएमसीएच 5,462 बेड के साथ भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा।
नए भवनों में ओपीडी और जल्द शुरू होगी इमरजेंसी सेवा
अब तक 10 विभागों की ओपीडी नई बिल्डिंग में शिफ्ट की जा चुकी है। इनमें मेडिसिन, बाल रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, दंत रोग, चर्म रोग, हृदय रोग, पीएसएम जैसे विभाग शामिल हैं। 30 जून तक नई बिल्डिंग में इमरजेंसी सेवाएं भी शुरू कर दी जाएंगी।
अधीक्षक को भी निर्देश दिया गया कि सभी जरूरी इमरजेंसी सेवाओं को प्राथमिकता के साथ नए भवन में शुरू करें। मरीजों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। अस्पताल में निर्माण और इलाज साथ-साथ चल रहा है, फिर भी व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।
पहुंच और पार्किंग सुविधाएं बेहतर बनाने की पहल
पीएमसीएच को जेपी गंगापथ और मखनिया कुआं के रास्ते से जोड़ने के लिए अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही डबल-डेकर फ्लाईओवर और मल्टी लेवल पार्किंग से आने-जाने की सुविधा बेहतर की जा रही है। ट्रैफिक पुलिस को अस्पताल के आसपास पार्किंग और एम्बुलेंस के लिए रास्ता साफ रखने को कहा गया है।
आपातकालीन सेवाओं के लिए एसओपी लागू
आयुक्त ने बताया कि पीएमसीएच में अब इमरजेंसी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) लागू की गई है। ट्राईएज सिस्टम के तहत मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद संबंधित विभागों की इमरजेंसी यूनिट में भेजा जाएगा, जहां तुरंत इलाज शुरू होगा। सभी डॉक्टरों और स्टाफ की शिफ्ट वाइस ड्यूटी तय की गई है और सभी को ड्यूटी हैंडओवर-टेकओवर के साथ ही काम करना होगा।
स्वास्थ्य सेवाओं के आंकड़े
1 दिसंबर 2024 से 15 जून 2025 के बीच पीएमसीएच की ओपीडी में कुल 2,46,231 मरीजों को देखा गया।इस दौरान 36,144 मरीजों को भर्ती किया गया।11,58,077 पैथोलॉजी टेस्ट, 6,486 बड़े ऑपरेशन, 16,399 छोटे ऑपरेशन, 68,500 इमरजेंसी केस, 1,120 सिजेरियन डिलीवरी, और 736 सामान्य प्रसव हुए।इसके अलावा 4,427 एमआरआई, 11,417 सीटी स्कैन, 26,488 अल्ट्रासाउंड, 52,523 एक्स-रे, और 4,094 डायलिसिस की सुविधा दी गई।
स्वास्थ्य सुविधाओं की मजबूती पर ज़ोर
अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में सभी प्रमुख जांचें–एक्स-रे, ईसीजी, ईईजी, ब्लड टेस्ट, एंजियोग्राफी आदि की सुविधाएं उपलब्ध हैं। लगभग 378 तरह की आवश्यक दवाएं भी मरीजों को समय पर दी जा रही हैं। अस्पताल परिसर की सफाई के लिए नगर निगम को विशेष अभियान चलाने को कहा गया है।